पिथौरागढ़। मानस कॉलेज ऑफ़ साइंस टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट पिथौरागढ़ तथा स्वावलंबी भारत अभियान समिति, पिथौरागढ़ के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय युवा कौशल दिवस के उपलक्ष्य में व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता  डॉ. हेमंत कुमार जोशी, एसोसिएट प्रोफेसर नन्ही परी सीमांत इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट, पिथौरागढ़, तथा गौतम बुद्ध वेलफेयर सोसाइटी पिथौरागढ़ के संदर्भ व्यक्ति श्री नीरज सिंह बिष्ट रहे।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए महाविद्यालय के चेयरमैन डॉ अशोक कुमार पंत ने कहा युवाओं को देश का भविष्य माना जाता है. जिस देश के युवा कमजोर स्थिति में हों, उस देश का भविष्य भी खतरे में आ जाता है. भारत समेत ऐसे तमाम देश हैं, जहां आज भी युवाओं के पास शिक्षा और रोजगार जैसी ​बुनियादी चीजें नहीं हैं और तमाम युवा बेरोजगार हैं. इसके अलावा तमाम युवा ऐसे भी हैं जो रोजगार के सीमित अवसरों को देखते हुए अपने हुनर के हिसाब से नौकरी प्राप्त नहीं कर पाते और कम वेतन में भी काम करने को मजबूर होते हैं. इन स्थितियों के प्रति जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य से कि हमारे क्षेत्र का युवा पढ़ लिखकर कौशल पूर्ण हों व्यवसायिक शिक्षा के अग्रणी महाविद्यालय मानस कॉलेज ऑफ साइंस टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट की स्थापना जनपद पिथौरागढ़ में की गई है जिसका आदर्श वाक्य ही कौशलेनेव सिद्धिरवाप्यते रखा गया है अर्थात कौशल से ही सिद्धि प्राप्त होती है। जहां हम शिक्षा के माध्यम से कौशल प्रधान होकर अपना उन्नत भविष्य तय कर सकते हैं।
महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी योगेश भट्ट ने कार्यक्रम के संदर्भ व्यक्ति एसोसिएट प्रोफेसर नन्हीं परी सीमांत इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट  के डॉ हेमंत कुमार जोशी तथा गौतम बुद्ध वेलफेयर सोसाइटी पिथौरागढ़ के संदर्भ व्यक्ति श्री नीरज सिंह बिष्ट का कार्यक्रम में हार्दिक स्वागत किया और कहा कि आपके द्वारा प्रदत्त दिशा निर्देशन निश्चित रूप से छात्र-छात्राओं को अपने भीतर छुपी प्रतिभाओं को समझने और कौशल पूर्ण बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
डा.हेमंत कुमार जोशी ,एसोसिएट प्रोफेसर नन्ही परी सीमांत इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट ने कहा संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 2014 में 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस के रूप में घोषित किया। इसका उद्देश्य आज के युवाओं के लिए सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों में सुधार करना और बेरोजगारी की चुनौती को संबोधित करना था। विश्व युवा कौशल दिवस की स्थापना के बाद से, इसने युवा लोगों, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों, व्यवसायों, सरकारों और विकास भागीदारों के बीच बातचीत की सुविधा प्रदान की है।यह दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह नई पीढ़ी को रोजगार, उच्च आय स्तर और आजीवन सीखने का बेहतर अवसर प्रदान करता है। विश्व युवा कौशल दिवस लैंगिक असमानता के उन्मूलन को प्रोत्साहित करता है और यह सुनिश्चित करता है कि वंचित लोगों की संसाधनों तक पहुंच हो।
विश्व युवा कौशल दिवस मनाने का आदर्श तरीका यही होगा कि हम भारत जैसे देशों की कौशल संबंधी जरूरतों को कैसे पूरा कर सकते हैं, इस पर चिंतन, मंथन और बहस करके रोजगार के नए आयाम को विकसित किया जाना अत्यंत आवश्यक है। अगली वक्ता के रूप में गौतम बुद्ध वेलफेयर सोसाइटी के संदर्भ व्यक्ति नीरज सिंह बिष्ट ने अत्याधुनिक तकनीकी से संबंधित कौशल के विषय में तथ्य प्रस्तुत किए उन्होंने कहा आज का तकनीकी युग निश्चित रूप से मानवीय कौशल को कम कर रहा है ऐसे में आवश्यक है कि हम तकनीकी रूप से सक्षम और समर्थ होकर अपना भविष्य निर्धारण करें उन्होंने मानस कॉलेज ऑफ़ साइंस टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट पर संचालित हो रहे सभी पाठ्यक्रमों को आज की आवश्यकता बताते हुए कहा व्यवसायिक शिक्षा माध्यम से विद्यार्थी अपना भविष्य सक्षम कर सकते हैं।

अंत में प्रशासनिक अधिकारी गजेंद्र सिंह बोहरा के द्वारा सभी आगंतुक अतिथि वक्ताओं का महाविद्यालय आगमन और महत्वपूर्ण विषय को विद्यार्थियों के साथ साझा करने पर हार्दिक आभार व्यक्त किया गया , तथा महाविद्यालय के चेयरमैन डॉ अशोक कुमार पंत के कर कमलों से सभी को प्रतीक चिन्ह प्रदान किए गए कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी संकायों के प्रवक्ता एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे, कार्यक्रम का संचालन प्रशासनिक अधिकारी योगेश भट्ट द्वारा किया गया।