पिथौरागढ़। नगर क्षेत्र के अंतर्गत मानव और वन्यजीव संघर्ष को लेकर जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान द्वारा वन, आपदा, राजस्व, नगर पालिका परिषद, पशुपालन आदि विभागों के अधिकारियों के साथ एक आवश्यक बैठक की गई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा सभी संबंधित अधिकारियों को पिथौरागढ़ नगर क्षेत्र अंतर्गत मानव वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए आवश्यक दिशा- निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने डीएफओ को निर्देश दिए कि पिथौरागढ़ नगर क्षेत्र के अंतर्गत आवश्यक लगभग 10 स्थानों पर गुलदार की गतिविधियों की निगरानी हेतु तुरन्त ही गुलदार निगरानी कमेटी गठित की जाय तथा वहां पर दो-दो पीआरडी जवानों की तैनाती भी की जाए। पीआरडी जवान उपलब्ध करा दिए जाएंगे। साथी ही इन पीआरडी जवानों को सात दिवसीय प्रशिक्षण भी दिया जाए। जिलाधिकारी ने जिला आपदा कंट्रोल रूम में गुलदार गतिविधि कंट्रोल रूम भी स्थापित करने के निर्देश जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को दिए, जहां पर गुलदार गतिविधियों से संबंधित सूचनाएं एकत्रित की जाएंगी। जिलाधिकारी द्वारा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को जिला गुलदार गतिविधि कंट्रोल रूम का प्रभार सौंपा गया।जिलाधिकारी ने गुलदार समिति स्थल क्षेत्रान्तर्गत से कूड़ा उठाए जाने की समुचित योजना बनाए जाने के निर्देश भी ईओ नगर पालिका परिषद पिथौरागढ़ को दिए। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने नगर क्षेत्र की अनुपयोगी लाइटों को बजेटी क्षेत्र के अंतर्गत अंधेरे वाले आवश्यक स्थानों पर शिफ्ट किए जाने के निर्देश ईओ नगर पालिका पिथौरागढ़ को दिए।
बैठक में वन विभाग से डीएफओ कोकोरोशे द्वारा ग्राम पपदेव के छाना काफलीगैर, भाटकोट निकट नगर पालिका बारातघर, बजेटी तोक वरदानी मंदिर, ग्राम बजेटी, तोक स्यालबट्टी सुकराड़ी, तोक पाट्टा, तोक तिमुरखोली, ग्राम लिंठ्यूड़ा निकट वन विभाग कालोनी, ग्राम हुड़ेती तोक भरखेत, ग्राम पौण तोक देवल, ग्राम देवलगांव निकट जारा होटल, किरीगांव, निकट मल्लिकार्जुन स्कूल एवं ग्राम भाटकोट निकट बैडमेन्टन हॉल भाटकोट में गुलदार निगरानी समिति गठित किए जाने का प्रस्ताव रखा गया। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा सहमति जताई गई। जिलाधिकारी ने डीएफओ को यह भी निर्देश दिए की मानव और वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जाए उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों को जागरूक किया जाना ज्यादा आवश्यक है क्योंकि छोटे बच्चों को हानि पहुंचाने वाले जानवरों की पहचान नहीं होती।
बता दें कि नगर पिथौरागढ़ एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में कई दिनों से गुलदार दिखाई देने की घटनाएं प्रकाश में आ रही हैं। जिसके चलते मानव और वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए यह बैठक आयोजित की गई।
बैठक में डीएफओ कोकोरोशे, उप जिलाधिकारी सुंदर सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर योगेश भारद्वाज, ईओ नगर पालिका परिषद पिथौरागढ़ दीपक गोस्वामी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र महर आदि उपस्थित थे।