पिथौरागढ़। बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट कमेटी की बैठक जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान की अध्यक्षता में जिला सभागार में संपन्न हुई। बैठक में बायो मेडिकल वेस्ट के उचित निस्तारण को लेकर विस्तृत चर्चा हुई तथा जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि या तो हल्द्वानी स्थित उत्तराखंड पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड इकाई से वार्ता कर जनपद से बायो मेडिकल वेस्ट उठाकर हल्द्वानी ले जाकर वहां स्थापित इन्सीनरेटर में जलाकर निस्तारित किये जाने का प्रबन्ध किया जाय अन्यथा फिर जनपद में ही बिना पोल्यूशन किये बायो मेडिकल वेस्ट जलाने वाले इंसीनरेटर को स्थापित किये जाने हेतु डीपीआर तैयार की जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि इंसीनरेटर स्थापित किए जाने हेतु कितनी भूमि की आवश्यकता होगी तथा इन्सीनरेटर स्थापना की क्या प्रक्रिया रहेगी इसकी जानकारी उत्तराखंड पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से ले ली जाए तथा इंसीनरेटर स्थापना हेतु भूमि का चिह्नीकरण कर लिया जाय। उन्होंने कहा कि जनपद में स्थापित सभी सरकारी एवं प्राइवेट हॉस्पिटलों, क्लीनिक व लेब में डीप बरियल पिट स्थापित होनी चाहिए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि जिला प्रशासन द्वारा नगर निकायों अथवा ग्रामीण निकायों के कूड़ेदानों में बायो मेडिकल वेस्ट को डाले जाने की अनुमति बिल्कुल नहीं दी जाएगी।
हल्द्वानी में स्थापित उत्तराखंड पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड इकाई द्वारा जनपद के लैब, क्लीनिक व हॉस्पिटल को बायो मेडिकल लाइसेंस जारी करने के संबंध में जिलाधिकारी द्वारा अपर जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निष्कर्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए दिये गये! जिलाधिकारी द्वारा यह निर्देश नियम विरुद्ध हो रहे कार्यों को देखते हुए दिए गए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी एफआर चौहान, मुख्य चिकित्सा अधिकारी एचएस हयांकी, सरकारी एवं प्राइवेट हॉस्पिटल के संचालक व चिकित्सक उपस्थित थे।