पिथौरागढ़: चर्चित युवा बाल साहित्यकार ललित शौर्य को हिंदी संस्थान लखनऊ सम्मानित करेगा। संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष सदानंद गुप्ता ने बाल साहित्य सम्मानों की घोषणा करते हुए उमाकान्त मालवीय युवा बाल साहित्य सम्मान 2021 की घोषणा ललित शौर्य के नाम पर की। ललित शौर्य विगत दस वर्षों से बाल साहित्य लेखन में लगे हुए हैं। उनकी सैकड़ों बाल कहानियां विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। ललित शौर्य की दर्जनों कहानियों का अनुवाद अंग्रेजी, मराठी, तेलगु, कन्नड़, गुजराती, उर्दू आदि भाषाओं में हो चुका हैं। ललित शौर्य की इस उपलब्धि पर सीमांत के साहित्यकारों में खुशी की लहर है। शौर्य लंबे समय से बच्चों को बाल साहित्य पढ़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। वह बच्चों को मोबाइल नहीं, किताब दो अभियान भी चला रहे हैं। उनके द्वारा अब तक विभिन्न माध्यमों से 15 हजार से अधिक बच्चों तक बाल साहित्य पहुंचाया जा चुका है।ये मिलेगा सम्मान में: 51 हजार रुपये की धनराशि, अंगवस्त्रम, शॉल, प्रमाण पत्र, स्मृति चिह्न। ललित शौर्य को मिले सम्मान : ललित शौर्य को इससे पूर्व भाऊ राव देवरस न्यास द्वारा बाल साहित्य सम्मान, राजा राम मोहन राय एवं पर्यावरण सोसायटी द्वारा पर्यावरण मार्तंड, राष्ट्रीय हिंदी परिषद मेरठ द्वारा साहित्य भूषण, माध्यम साहित्यिक संस्था लखनऊ द्वारा सारस्वत सम्मान, माँ सेवा संस्थान द्वारा ध्रुव सम्मान समेत दर्जनों संस्थाओं से सम्मानित हो चुके हैं। ललित शौर्य द्वारा लिखी किताबें दादाजी की चौपाल, जल की पुकार, फ़ॉरेस्ट वॉरियर्स, जादुई दस्ताने, कोरोना वॉरियर्स, स्वच्छता के सिपाही, द मैजिकल ग्लब्ज, स्वच्छता ही सेवा है। इसके साथ शौर्य 6 किताबों का संपादन भी कर चुके हैं।