धारचूला(पिथौरागढ़) । दारमा घाटी के चीन सीमा में प्रत्येक वर्ष अगस्त में होने वाला चार दिवसीय दांतू मेला दीलिंग दारमा सेवा समिति के पदाधिकारियों नेतृत्व में विभिन्न खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम और पुरुस्कार वितरण के साथ शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ।
मेला का उद्घाटन मुख्य अतिथि समिती के संरक्षक डा. प्रेम सिंह नगन्याल, विशिष्ट अतिथि सुंदर सिंह दुग्ताल सेवानिवृत्त शिक्षक व महासचिव मोहन सिंह बनग्याल ने सँयुक्त रूप से किया गया।
मेला समिति के अध्यक्ष जमन सिंह दताल ने बताया कि कोविड के कारण दो साल बाद दांतू मेला भव्य रूप से मनाया गया। बताया कि गांव में किसी बुजुर्ग के निधन के कारण इस वर्ष हया गबला देव की पूजा अर्चना नही हुई। सिर्फ मेला का ही आयोजन किया गयं। जिसमे दारमा घाटी के 14 गांव और तल्ला दारमा के 3 गाँव कुल 17 गाँवो के लोगो ने प्रतिभाग किया।
मेला कमेटी अध्यक्ष जमन सिंह दताल ने बताया कि मेले के पहले दिन रात्रि जागरण, दूसरे दिन छोलिया झांकी,व सांस्कृतिक कार्यक्रम, तीसरे दिन बॉलीबॉल, रस्साकशी,फंगलो (बड़े पत्थर को उठाना) और रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रम और चौथे दिन पुरूस्कार वितरण आदि कार्यक्रम किया गया।
मेले में छोलिया झांकी में ग्राम बालिंग प्रथम, ग्राम चल दूसरा व तीसरा ग्राम दुग्तु, सांस्कृतिक कार्यक्रम में बालिंग प्रथम,बोंगलिंग दूसरा, तिजम को सांत्वना पुरस्कार, फंगलो में हितेंद्र दुग्ताल प्रथम, दूसरा विनय सीपाल, बॉलीबॉल में प्रथम सेना, और रस्साकस्सी में आईटीबीपी प्रथम,ग्राम सीपू दूसरा और तीसरा स्थान ग्राम तिजम आये। और समापन में समिति द्वारा सभी विजेताओं को नगद पुरुस्कार और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि संरक्षक ड प्रेम सिंह नगन्याल और महासचिव मोहन सिंह बनग्याल ने मेले को शांतिपूर्ण संम्पन कराने में सहयोग देने वाले ग्राम प्रधान जमन दताल, ग्राम प्रधान मुकेश ग्वाल,अमर बनग्याल,भगत दताल,दिनेश चलाल,जयेन्द्र फिरमाल,राकेश नगन्याल, अरविंद बोनाल सहित अन्य लोगो का आभार प्रकट किया।