पिथौरागढ़: तीन दिवसीय मोस्टामानू मेले का रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया। अंतिम दिन के कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डाँ. अशोक पंत एवं भाजयुमो नेता सौरभ पंत ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
मुख्य अतिथि अशोक पंत ने मोस्टा बाबा के महात्म्य एवं इतिहास को पाठ्यक्रम में लगाने की बात कही। उन्होंने कहा की हमें लोक विरासतों के सरंक्षण की आवश्यकता है। मानस परिवार मेला समिति को भरपूर सहयोग प्रदान करेगा। विशिष्ट अतिथि सौरभ पंत ने स्व. प्रकाश पंत को नमन करते हुए कहा कि प्रकश पंत के प्रयासों से ही यह महोत्सव तीन दिवसीय हो पाया। वह मेले को भव्य रूप देने के लिए पूर्ण रूप से संकल्पित हैं। अंतिम दिन दयानंद इंटर कॉलेज, जी आई सी गौरंगचौड़, जूनियर हाई स्कूल मोस्टामानु, पी. एम. एम. स्कूल बिण, पिथौरागढ़ डांस स्कूल के छात्र-छात्राओं ने मनमोहक प्रस्तुति दी। इसके साथ ही लोक गायक सुंदर बाफिला, चंचल रावत, विनोद कुमार, भूपेंद्र बिष्ट, भगवती दनपुरिया, अशोक लोहिया,नवीन भट्ट, नारायण सोराड़ी के गीतों पर दर्शक झूम उठे। अंतिम दिन दर्पण कला मंच पिथौरागढ़, कुमाऊँ लोक सांस्कृतिक कला दर्पण लोहाघाट, संगीत कला परिषद एवं अन्य दलों ने सुंदर प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर मेला अध्यक्ष भगवान सिंह बिष्ट, संरक्षक भूपेश पंत, मेला सहसंयोजक प्रकाश जोशी, मीनू भट्ट, देवाशीष पंत, हिमांशु बिष्ट, विकास शर्मा, शुभम बिष्ट, जसवंत सिंह बिष्ट, लीलाम्बर गुरुरानी, मिलाप सिंह बिष्ट, गोविंद सिंह बिष्ट, कैप्टन सुरेंद्र सिंह बिष्ट, गणेश सिंह, शमशेर सिंह, एन. डी. कांडपाल, राम सिंह, हर सिंह बिष्ट, गणेश कांडपाल, त्रिलोक सिंह बिष्ट, सुभाष फुलेरा, मनोज बिष्ट, पंकज बिष्ट, जगदीश फुलेरा, हेमंत गुरु,पप्पू बिष्ट, दीपा जोशी, मनोज बिष्ट उपस्थित रहे। संचालन दीवान सिंह वल्दिया, जनार्दन उप्रेती, ललित शौर्य ने किया।