धारचूला(पिथौरागढ़)। तम्पा मंदिर के पास 6 दिन पूर्व भारी लैंडस्लाइड के कारण बंद तवाघाट – लिपुलेख सड़क नहीं खुल सकी है। बुधवार को 100 से अधिक लोग तंपा के पास जान जोखिम में डालकर धारचूला पहुंचे। सड़क बन्द होने से 105 यात्री और 15 लोग स्थानीय गुंजी में फंसे रहे। सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा तीन दिन हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कार्य चला जिसमें पहले दिन 6 उड़ान से 30 यात्री व 9 स्थानीय,दूसरे दिन 4 उड़ान से 24 यात्री व 2 स्थानीय,तीसरे दिन बुधवार को मात्र एक उड़ान से 5 यात्रियों का ही रेस्क्यू किया गया। तीन दिनों के हेलीकॉप्टर रेस्क्यू में कुल 105 यात्रियों और 15 स्थानीय लोगो में 59 यात्री और 11 स्थानीय लोगो को ही हेली सुविधा मिल पाई। जबकि अन्य लोगों को पैदल ही आना पड़ा।हेली व्यवस्था की धीमी गति को देखते हुए बुधवार को लगभग 100 से अधिक लोगों ने तम्पा मंदिर में जान जोखिम में डालकर सड़क के दूसरी ओर आए और वाहन बदलकर धारचूला पहुंचे। इनमें यात्री,सेना के जवान और स्थानीय लोग शामिल थे।बुधवार को एमवीएन के धारचूला प्रबंधक धन सिंह बिष्ट,मनीष मेहरा,अमिश महाजन,अभिषेक, अश्विनी, विवेक, आदि निगम कर्मचारी और गाइड सौम्या पाठक, नरेश,शेर सिंह, आदि लोगों ने 27 यात्रियों तमाम खतरों के बीच सकुशल निकाला। यात्रियों ने सकुशल धारचूला पहुँचने पर निगम के सभी कर्मचारियों का सहयोग के लिए आभार प्रकट किया।तम्पा मन्दिर के पास आवाजाही के समय आईटीबीपी और एसएसबी के जवानों ने भी लोगों की मदद की।