पिथौरागढ़। ऐंचोली में जनसहयोग आयोजित दो दिनी पुस्तक मेले का आज रविवार को समापन हो गया. रविवार होने के चलते आज बच्चों और अभिभावकों से मेला स्थल गुलजार रहा. ऐंचोली व आसपास के क्षेत्रों से अभिभावकों, पुस्तक प्रेमियों की आवजाही बनी रही.

आज बच्चों के बीच एकलव्य प्रकाशन की रुचिपूर्ण पुस्तकों की भारी मांग रही व अभिभावकों – आमजन के बीच उपन्यासों, कहानियों व उत्तराखंड केंद्रित पुस्तकों को पसंद किया गया.

पुस्तक मेले में स्थानीय शिक्षकों व पिथौरागढ़ के साहित्यकारों एवं साहित्यप्रेमियों ने बढ़ चढ़ कर मेले में शिरकत की. साथ ही पिथौरागढ में पुस्तक मेलों की आवश्यकता पर भी विचार विमर्श करते हुए भविष्य के आयोजनों के लिए अपने सुझाव दिये.

मेला स्थल बच्चों के लिए विशेष रूप से आयोजित अनेकों गतिविधियों से गुलज़ार रहा. विनोद उप्रेती ने बच्चों के साथ सरल विज्ञान प्रयोगों के जरिये जटिल वैज्ञानिक सिद्धांतों पर बात की. बच्चों के लिए बनाये रीडिंग कॉर्नर में दोपहर बाद कविता व कहानी वाचन किया गया. साथ ही बच्चों ने चित्रकारी की और शब्दाक्षरी खेलते हुए बहुत सारी किताबों से परिचय पाया.

ऐंचोली निवासी युवा लक्ष्मण ने बताया कि पहली बार आयोजित हुए इस मेले में अभिभावकों और नन्हे बच्चों की भागीदारी ने हमारा हौसला बढ़ाया है. शहर के पुस्तक प्रेमियों एवं साहित्यकारों की ओर से जिस तरह दोनों दिन मेले में भागीदारी की गयी, वह बेहद उत्साहवर्धक था.

महेंद्र ने बताया कि पुस्तक मेले में राजकमल, वाणी, समय साक्ष्य, पहाड़, राजपाल, नवारुण, सेतु, इकतारा समेत 25 से भी अधिक प्रकाशनों की किताबें मौजूद रही.

शिक्षकों, साहित्यकारों और अभिभावकों ने इस तरह के आयोजनों को नियमित अंतराल पर किये जाने पर जोर दिया. जन सहयोग से आयोजित हुए इस मेले को सभी के द्वारा सराहा गया. मेले में रोहित, गार्गी, सौरभ, विकास, सुमित, अमित समेत तमाम युवाओं ने सहयोग दिया.