पिथौरागढ़। ज्ञान प्रकाश संस्कृत पुस्तकालय समिति में नशा मुक्ति पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में लंबे समय से उत्तराखंड को नशा मुक्त राज्य बनाने की मुहिम चला रहे डॉ.पीतांबर अवस्थी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के 2025 तक राज्य को नशामुक्त बनाने की घोषणा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी तेजी से नशे की गिरफ्त में जकड़ रही है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे के चंगुल से मुक्त कराने के लिए एक जनांदोलन चलाने की जरूरत है।
डॉ.अवस्थी ने कहा कि जब तक नशे के खिलाफ प्रत्येक परिवार और व्यक्ति को जागरूक नहीं किया जाएगा तब तक नशे की प्रवृति को जड़ से समाप्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नशे से बचाने के लिए युवाओं को रचनात्मक कार्यों से जोड़ना जरूरी है। गोष्ठी में वरिष्ठ कवियत्री डा.आनंदी जोशी ने कहा कि नशे के कारण परिवार में सबसे अधिक प्रभावित बच्चे और महिलाएं होती हैं। ऐसे में नशे के खात्मे के लिए महिलाओं को आगे आना होगा। डा.प्रमोद कुमार श्रोत्रिय ने कहा कि नशे के कारण हत्या, दुष्कर्म जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं। यह बेहद चिंता का विषय है। गोष्ठी में लक्ष्मी आर्या, जयश्री लोहनी, हेमा देवी, मोहनी, कैलाश आदि ने अपने विचार रखे।