देहरादून।उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) पेपर लीक मामले में उत्तराखंड एसटीएफ ने नकल कराने के मामले में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के प्रसार अधिकारी मनोज कुमार चौहान को गिरफ्तार किया। इस प्रकरण में ये 43वीं गिरफ्तारी है। दावा किया गया है कि पेपर लीक कराने में पूर्व में पकड़े गये अभियुक्त केन्द्रपाल का मनोज कुमार चौहान सहयोगी था।एसटीएफ की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, पेपर लीक मामले सभी अभियुक्तों की आगे की कड़ियों की लगातार तलाश जारी रखी हुई है। इस दौरान अभियुक्त केन्द्रपाल ने जिन अभ्यर्थियों को नकल करायी गयी है, उनका चिह्नीकरण लगातार किया जा रहा है। नकल करने वाले अभ्यर्थियों से पूछताछ में पता चला कि करीब 08 से 10 अभ्यर्थियों द्वारा नकल करने बाद अपनी पेमेन्ट मनोज कुमार चौहान को दी गयी थी। इसने उन सभी को केन्द्रपाल व ललितराज शर्मा के नकल सेन्टर में परीक्षा कराने के लिए भेजा था।इस कड़ी में अभी अन्य अभ्यर्थियों को भी चिह्नित किया जा रहा है, जिनके द्वारा परीक्षा में किसी न किसी के माध्यम से धांधली कर नकल की गयी है। गिरफ्तार आरोपी मनोज कुमार चैहान पुत्र शमशेरबहादुर चौहान मूल रूप से उधमसिंह नगर जिले के ग्राम कासमपुर, थाना जसपुर निवासी है। वर्तमान में उसकी तैनाती पशुधन प्रसार अधिकारी औरंगाबाद, सहारपुर उत्तर प्रदेश के रूप में थी। गौरतलब है कि बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल की ओर से सीएम को शिकायत की गई थी। उन्होंने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से चार और पांच दिसंबर 2021 को आयोजित स्नातक स्तर की परीक्षा में अनियमितता के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की थी। इस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद डीजीपी अशोक कुमार ने भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच एसटीएफ को सौंपी थी। परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में सबसे पहले उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने छह युवकों को गिरफ्तार किया था।इस मामले में एक आरोपी से 37.10 लाख रूपये कैश बरामद हुआ। जो उसके द्वारा विभिन्न छात्रों से लिया गया था। इस मामले में अब तक कुल 43 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसमें बीजेपी नेता भी शामिल है, जिसे पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। परीक्षा भर्ती मामले में अब तक कुल 94.79 लाख कैश बरामद किया है। इसी मामले में दो दर्जन से ज्यादा बैंक अकाउंट फ्रीज लिए जा चुके हैं। जिसमे करीब तीस लाख की राशि जमा है।