धारचूला(पिथौरागढ़)। इंटरनेशनल माउंटेन डे को लेकर गुरुवार को सीबीटीएस ने रं म्यूजियम में विभिन्न स्कूलों से 110 बच्चो ने प्रतिभाग किया और सुबह धारचूला कोट हाइक पर निकले। इस दौरान बच्चों को पर्यावरण के संरक्षण और पहाड़ों के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। आते समय बच्चों ने ट्रेक रूट पर सफाई भी की।सीबीटीएस संस्था के को- ऑर्डिनेटर कला बडाल नन्दा देवी अवार्डी ने बताया कि हर साल, अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस एक खास थीम के साथ मनाया जाता है. इस वर्ष के अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस (IMD) की थीम है ‘वूमेन मूव माउंटेंस” International Mountain Day 2021: पहाड़ों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 11 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस (International Mountain Day) मनाया जाता है. पर्वतीय संरक्षण दीर्घकालिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. पृथ्वी का लगभग 27% हिस्‍सा पहाड़ों से ढका है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, दुनिया की लगभग 15% आबादी पहाड़ों पर रहती है. ग्‍लोबल वार्मिंग और दूसरे कारणों से अब पहाड़ों का जीवन भी खतरे में है. इसलिए, बढ़ते खतरे के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से यह दिन मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र ने 1992 में सतत विकास आयोग (CSD) के दौरान “फ्रैजाइल इकोसिस्टम का प्रबंधन: सतत पर्वतीय विकास” का डाक्‍यूमेंट अडॉप्‍ट किया. इसके अनुसार पहाड़ों की सुरक्षा और संरक्षण की आवश्यकता थी. इसे देखने हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2003 में 11 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस के रूप में मनाने की घोषणा कर दी.सीबीटीएस के संस्थापक योगेश गर्ब्याल ने बताया 8-11 dec के बीच विभिन्न कार्यक्रमों जैसे ड्राइंग और पेंटिंग कंपटीशन, निबंध लेखन, डे हाइक, रॉक क्लाइंबिंग, रिवर क्रॉसिंग का आयोजन किया जाएगा। बता दे की सीबीटीएस द्वारा विगत कुछ सालो से आदि कैलाश क्षेत्र में एडवेंचर स्पोर्ट्स को प्रमोट किया जा रहा है। साथ ही साथ नए टूरिज्म डेस्टिनेशन को खोजने के काम के साथ साथ स्थानीय युवाओं को ट्रेनिंग देने का भी काम करते है । इसके साथ ही हिमालय क्षेत्र में हाई एल्टीट्यूड एक्सपीडिशन भी ऑर्गेनाइज करते है। पिछले साल सीबीटीएस के सदस्यों द्वारा कुलागाड़ में आरसीसी पुल बहने के बाद रेस्क्यू अभियान चलाया था जहा चार दिन 2000 से ज्यादा लोगो को सकुशल पार कराया।पिछले साल ही सीबीटीएस वूमेन टीम द्वारा आदि कैलाश क्षेत्र में सेला पास स्थित चिपेदं चोटी पर तिंरगा फहराया था जिसकी ऊंचाई 6120m है। पहली बार किसी भारतीय द्वारा इस चोटी पर सफल आरोहण किया गया। अगले वर्ष सीबीटीएस टीम व्यास घाटी के 7132मीटर की उंचाई में स्थित अपी हिमाल अभियान पर निकलेगी जिसमें स्थानीय युवाओं को भी मौका मिलेगा।