पिथौरागढ़। भारत-नेपाल सीमा समन्वय समिति की बैठक में दोनों के देशों के सीमावर्ती जिलों के विभिन्न मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी। जिसमें दोनों देशों की सीमा पर स्थापित सुरक्षा एजेंसियों एवं स्थानीय पुलिस के बीच आपसी समन्वय स्थापित करने, आवागमन करने वाले नागरिकों से कोविड-19 नियमों का अनुपालन कराये जाने, एक दूसरे देश में प्रवेश पर अपने साथ अपने राष्ट्र से संबंधित कोई पहचान पत्र दिखाने की अनिवार्यता के संबंध में विचार विमर्श किया गया।
पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में दोनों देशों की सीमा पर सघन चैकिंग एवं पेट्रोलिंग एवं सूचनाओं का आदान प्रदान करने, जनपद के विभिन्न अभियोगों में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी में सहयोग दिये जाने, सीमावर्ती जनपदों के पुलिस/प्रशासनिक एजेन्सियों में समन्वय स्थापित करने, जाली नोटों की तस्करी की रोकथाम में सहयोग, अवैध आवागमन के संबंध में विचार विमर्श, अवैध मादक पदार्थों/मानव तस्करी, वन्य जीवों की तस्करी की रोकथाम, सीमावर्ती क्षेत्रों में होने वाली महत्वपूर्ण घटना के संबंध में सूचनाओं का आदान-प्रदान करने, दोनों राष्ट्रों के बीच स्थापित मैत्री संबंधों में प्रगाढ़ता लाने के संबंध में दोनों देशों के अधिकारियों ने विचार-विमर्श किया और एक दूसरे को पूर्व की भांति सहयोग प्रदान करने का भरोसा दिया।
बैठक में भारत-नेपाल राष्ट्रों के मध्य स्थित छारछुम- दार्चुला मोटर पुल एवं ऐलागाड़ झूलापुल का निर्माण किए जाने पर भी बैठक में चर्चा की गई। नेपाल के दार्चुला के अधिकारियों द्वारा उनके राष्ट्र के दो ग्राम सभाओं टिंकर तथा छांगरु में होने वाली जनगणना के लिए जनगणना टीम को भारत के सड़क मार्ग से भेजे जाने के लिए अनुमति प्रदान किए जाने को लेकर भारत से की गई कार्यवाही की जानकारी हासिल की। उक्त संबंध में जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ.आशीष चौहान ने अवगत कराया कि इस संबंध में उनकी ओर से उत्तराखंड शासन के माध्यम से भारत सरकार विदेश मंत्रालय को पत्राचार किया गया है। विदेश मंत्रालय से जो भी दिशा निर्देश प्राप्त होंगे उससे शीघ्र ही उन्हें अवगत कराया जाएगा। बैठक में दोनों देशों की ओर से काली नदी में मलधार,गसकु तथा अन्य स्थानों में अवैध रूप से ट्यूब आदि से हो रहे अवैध आवागमन की रोकथाम के लिए इन स्थानों में झूलापुल निर्माण करने को लेकर शीघ्र ही दोनों देशों के अधिकारी संयुक्त निरीक्षण कर प्रस्ताव तैयार करेंगे। बैठक में  धारचूला में नेपाल को  जोड़ने वाले झूलापुल की जर्जर स्थिति को ठीक करने के मामले पर जिलाधिकारी पिथौरागढ़ द्वारा अधिशासी अभियंता लोनिवि अस्कोट को यथाशीघ्र ही झूलापुल का निरीक्षण कर मरम्मत का प्रस्ताव तैयार करते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए। बैठक में नेपाल से आए अधिकारियों द्वारा भारत में आपदा के दौरान चलाए जाने वाले हैली रेस्क्यू ऑपरेशन की पूर्व सूचना नेपाल प्रशासन को उपलब्ध कराए जाने का प्रकरण रखा गया जिस पर निकट भविष्य में उक्त सम्बंध में  जानकारी सांझा करने का आश्वासन भारत की ओर से दिया गया। इसके अतिरिक्त बैठक में दोनों देशों के सीमावर्ती जिले में किसी भी प्रकार की घटना की सूचना तत्काल एक दूसरे को प्रदान किए जाने हेतु व्हाट्सएप ग्रुप में आवश्यक विभागों के अधिकारियों को जोड़ते हुए सूचनाओं का आदान प्रदान करने पर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच सहमति बनी। बैठक से पूर्व जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ आशीष चौहान द्वारा मित्र राष्ट्र नेपाल के दोनों जिलों से आए अधिकारियों का बुके देकर स्वागत किया गया।
बैठक में जनपद पिथौरागढ़ से जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान, मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, अपर जिलाधिकारी एफआर चौहान, वनाधिकारी अभिमन्यु, बीआरओ के कमांडर कर्नल एन के शर्मा, संयुक्त मजिस्ट्रेट नंदन कुमार,अधीक्षण अभियंता सिंचाई विकास श्रीवास्तव, उप जिलाधिकारी धारचूला अनिल कुमार शुक्ला, जनपद दार्चूला नेपाल से प्रमुख जिल्ला अधिकारी सिद्वराज जोशी, सशस्त्र प्रहरी उपनिरिक्षक नरेन्द्र बम, प्रहरी नायब उपनिरिक्षक मनोहर प्रसाद भट्ट, प्रमुख अनुसन्धान अधिकृत महेश प्रसाद अवस्थी, शाखा अधिकृत, सीमा प्रशासन कार्यालय मोहन सिंह धामी व कार्यालय प्रमुख दार्चूला भन्सार कार्यालय चक्रदेब भट्ट, जिल्ला बैतड़ी से प्रमुख जिल्लाधिकारी राजेन्द्र देव पांडेय, प्रभारी ना.उपनिरीक्षक रमेश बहादुर पाल, गणेश बहादुर शाह, देवेन्द्र कुमार थापा समेत दोनों देशों,भारत के पिथौरागढ़ तथा नेपाल के दार्चुला व बैतड़ी जिले के विभिन्न उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।