धारचूला(पिथौरागढ़)। 23 दिसंबर को सिक्किम में हुई वाहन दुर्घटना में शहीद हुए पय्यापौडी निवासी 26 मैकेनाइज्ड रेजिमेंट के शहीद जवान रविंद्र सिंह का आज काली नदी किनारे बलुवाकोट में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मेजर अखिल दिल्ली एयरपोर्ट से एंबुलेंस के माध्यम से शहीद का शव लेकर सुबह 11 बजे बलुवाकोट पहुंचे। शहीद का पार्थिव शरीर बलुवाकोट पहुंचते ही पूरा क्षेत्र भारत मां की जयकारों से गूंज उठा। उपस्थित लोगों की आंखें नम हो गई। अंतिम दर्शनों के लिए शहीद के शव को बलुवाकोट सेना के विश्राम गृह में रखा गया। शहीद की पत्नी कमला देवी तथा माता भागीरथी देवी शहीद के शव पर लिपटकर रोने लगी गमगीन माहौल में विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के छात्रों के द्वारा बैंड बाजे की धुन पर सैकड़ों लोगों के साथ शहीद की अंतिम यात्रा शुरू हुई स्थानीय लोगों ने जगह-जगह पर पुष्प वर्षा कर शहीद को अंतिम विदाई दी। काली नदी के तट पर स्टेशन कमांडर कुमाऊँ स्काउट के कर्नल अजय पाल सिंह सहित सेना, एसएसबी, पुलिस तथा भूतपूर्व सैनिकों ने शहीद को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। शहीद के छोटे भाई राहुल थापा ने शहीद के शव को मुखाग्नि दी। इस दौरान भारत मां की जय तथा शहीद रविंद्र अमर रहे के नारे गूंज उठे।इस दौरान उप जिला अधिकारी दिवेश शाशनी, बीजेपी जिला उपाध्यक्ष महेंद्र बुदियाल, हरीश धामी, गणेश चंद, कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष भूपेंद्र थापा, जीवन बिष्ट, रामु रोकया, कमल कौशल, प्रधान पूरन ग्वाल, रमेश रैखोला पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष नारायण दत्त भट्ट, कृष्ण ऐरी, बसन्त बल्लभ भट्ट, नरोत्तम भट्ट, टिकेंद्र भट्ट, विक्रम रैखोला, दुर्गा सिंह, ललित थापा, डंमर सिंह आदि मौजूद रहे।

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सरकार का प्रतिनिधि नहीं पहुंचने पर पूर्व सैनिकों ने जताई नाराजगी

धारचूला। पूर्व सैनिक संगठन के सचिव चंचल सिंह ऐरी ने शहीद के अंतिम संस्कार में सरकार के किसी भी प्रतिनिधि के नहीं पहुंचने पर नाराजगी जताते हुए इसे शहीद का अपना अपमान बताया।उन्होंने बलुवाकोट पय्यापौडी मोटर मार्ग का नाम शहीद रविंद्र के नाम पर रखने की मांग भी की।