पिथौरागढ़ l कृषि विज्ञान केंद्र, गैना, पिथौरागढ़ के सस्य विज्ञान के विशेषज्ञ डा. अलंकार सिंह एवं पादप सुरक्षा विशेषज्ञ डा. महेन्द्र सिंह ने कनालीछीना ब्लॉक के डुंगरी ग्राम में मड़ुआ की फसल का निरीक्षण किया l

विशेषज्ञों ने किसानों को मोटे अनाजों के उत्पादन की तकनीकी एवं फायदों के बारे मे बताया l विशेषज्ञों ने किसानों को बताया मंडुआ की फसल की पंक्तिबद्ध बुआई करें एवं समय समय पर मड़ुआ की फसल की देखभाल करना जरूरी है क्योंकि फसल में कीटों एवं बीमारियों का खतरा भी रहता है l विशेषज्ञों ने किसानों को बताया की गुणवक्ता युक्त बीजों का उपयोग करें एवं बुआई के वक्त बीजों का उपचार भी करें l विशेषज्ञों ने किसानों को मृदा की जाँच करने की सलाह भी दी l किसान खेतों की गहरी जुताई करें एवं खेत तैयार करते समय 100 किलोग्राम नीम की खली प्रति एकड़ की हिसाब से छिड़काव करें l खेतों में सड़ी हुई गोबर का उपयोग करें l जैविक कीट नियंत्रण के लिए नीम से बने कीटनाशकों का छिड़काव करें l नीम तेल का उपयोग 5 मि.ली. प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करें l विशेषज्ञों ने सभी किसानों को अधिक से अधिक मोटे अनाजों का उत्पादन करने का आह्वान किया एवं प्राकृतिक विधियों से मोटे अनाजों के उत्पादन करने को प्रेरित किया l निरीक्षण के दौरान भूमि सरंक्षण अधिकारी पूजा पुनेड़ा एवं सहायक कृषि अधिकारी मनीषा कापड़ी भी रहे l किसानों में दीवान सिंह एवं कुशल सिंह भी उपस्थित रहे l