पिथौरागढ़। भारत नेपाल के सुरक्षा अधिकारियों की बैठक शनिवार को झूलाघाट के एस एस बी कैम्प में हुई। अधिकारियों ने कहा कि भारत नेपाल के बीच आने जाने वाले हर व्यक्ति को अपना पहचान पत्र दिखाना जरूरी होगा।
55 बटालियन एस एस बी के डिप्टी कमांडेंट प्रशान्त कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में भारत नेपाल के सुरक्षा एजेंसियों की बैठक की गई जिसमें दोनों देशों के सुरक्षा एजेंसियों ने सहमति से कुछ बिंदुओं पर चर्चा कर आपसी सहयोग पर सहमति जताई गई। पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर के मामले को देखते हुए ऐसा दोबारा नहीं हो इसके लिए भारत नेपाल के बीच आने जाने वाले दोनों देशों के नागरिकों के पास अपनी पहचान का कोई प्रमाण दिखाना आवश्यक होगा। यदि किसी के पास पहचान पत्र नहीं होगा उसको आने जाने पर रोक दिया जायेगा। उसकी पूर्ण जांच करके बाद ही आने जाने दिया जायेगा। दोनों देशों की आपराधिक घटनाओं के लिए सूचनाओं का आदान प्रदान करना ,काली नदी किनारे दोनों और हो रहे अवैध खनन, दोहरी नागरिकता दोनों और अवैध मेडिकल स्टोर और प्रतिबंधित नशीली दवा की रोकथाम झूला पुल पर प्रतिबंधित सामग्री के विषय में जानकारी, काली नदी में होने वाली रिवर राफ्टिंग की सूचना समय पर देने सम्बन्धी प्रतिबंधित सामग्री के लिए लाइसेंस की अनिवार्यत के विषय में चर्चा की गई।
व्यापारिकसामान के लिए भारत नेपाल के कस्टम के बिलों की अनिवार्यता आवश्यक होने पर सहमति जताई। बैठक में एस एस बी डिप्टी कमांडेंट प्रशान्त कुमार मिश्रा, कस्टम अधिक्षक राजेश भोला दंत पाण्डेय, नेपाल सशस्त्र बल डी एस पी कृष्ण सिंह पुजारा, नेपाल बैतडी पुलिस डी एस पी दीपक गिरी, सशस्त्र बल इंस्पेक्टर रोशन सिंह ठकुरी, पुलिस सब इंस्पेक्टर जय सिंह भाट, एस एस बी के इंस्पेक्टर ए के मिश्रा, झूलाघाट पुलिस के अर्जुन सिंह राणा, एस एस बी सब इंस्पेक्टर निरंजन हरदर, संजय कुमार गुप्ता के साथ खुफिया एजेंसी के अधिकारी मौजूद रहे।