देहरादून। विदेशी बनकर सोशल साइट पर दोस्ती करने और इसके बाद गिफ्ट भेजने का झांसा देकर ठगी करने में उत्तराखंड एसटीएफ के हत्थे चढ़े चार आरोपियों के खिलाफ देशभर में कुल 913 शिकायतें दर्ज पाई गईं। आरोपियों के मोबाइल नंबरों और बैंक खातों के आधार पर केंद्रीय साइबर अपराध की निगरानी के लिए बनाए गए पोर्टल के जरिए पुलिस को यह विवरण मिला है। लिहाजा, इन आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी संबंधित राज्यों की पुलिस को भी भेजी जा रही है।उत्तराखंड एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि राजकुमार निवासी वार्ड पांच लक्सर ने इस मामले में मुकदमा करवाया था। मशहूर सोशल मीडिया साइट फेसबुक से कैथोलिक नन नाम की महिला से उनकी दोस्ती हुई। दोनों में व्हाट्सऐप पर बात होने लगी। आरोप है कि उसने एक दिन पीड़ित को आईफोन, घड़ी, आई पैड, लैपटॉप, आदि भेजने का लालच दिया। इसके बाद पीड़ित को दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कस्टम अफसर बनकर एक व्यक्ति ने फोन किया। उसने पीड़ित से कस्टम क्लीयरेंस के नाम पर कुल 15.71 लाख रुपये जमा करवा लिए। इस पूरे मामले में साइबर थाना पुलिस ने जांच की। साइबर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के शिवम तिवारी, रामनरेश, दीपू वर्मा और दलीप गिरी को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों से एक लैपटॉप, पांच पासबुक, 13 डेबिट कार्ड, पांच चेकबुक, एक कार्ड स्कीमर और बायोमेट्रिक डिवाइस समेत तमाम उपकरण मिले। इसके आधार पर इस गैंग के खिलाफ दर्ज हुई शिकायतों की जांच कराई गई। इस दौरान शिकायतों का अंबार मिला। सीओ साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन अंकुश मिश्रा के मुताबिक चारों आरोपियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश में 255 शिकायतें और पांच मुकदमे हैं। जबकि, उत्तराखंड में 13, हिमाचल प्रदेश में तीन शिकायतें दर्ज हैं।