उत्तरकाशी। बीते 12 नवंबर से सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के प्रयासों में तमाम अड़चनें आ रही हैं।शुक्रवार को ड्रिलिंग कर रही आगर मशीन के खराब होने के बाद शनिवार को कोई प्रगति नहीं हुई। हैदराबाद से प्लाट्मा कटर मंगाया गया है। ऐसे में सुरंग में फंसे श्रमिकों को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है।
सिलक्यारा टनल में मजदूरों को फंसे मजदूरों के बाहर आने का इंतजार बढ़ता जा रहा है। मजदूरों को रेस्क्यू करने में लगातार अड़चनें आ रही हैं। बीते दिन अमेरिकन हैवी ऑगर मशीन जवाब दे गई। सुरंग में ड्रिलिंग के दौरान ऑगर मशीन की ब्लेड बुरी तरह डैमेज हो गए। जिसके बाद वर्टिकल ड्रीलिंग व मैनुअल ड्रीलिंग पर भी विचार किया जा रहा है। वर्टिकल ड्रीलिंग के लिए सड़क बना ली गई है और स्थान को भी चिन्हित किया गया है।सिलक्यारा टनल हादसे के रेस्क्यू ऑपरेशन का आज 15वां दिन है।दीपावली के दिन सुरंग में 41 मजदूर फंस गए थे। पिछले आधे महीने से मजदूर खुली हवा में सांस लेने के लिए उम्मीद बनाए हुए हैं।
रेस्क्यू कार्य में बार-बार बाधा उत्पन्न हो रही है, अमेरिकन हैवी ऑगर मशीन में फिर खराबी आई है। ताजा स्थिति यह है कि रेस्क्यू कार्य में अमेरिकन ऑगर मशीन में जो अवरोध पैदा हुआ है, उसे तत्काल दुरुस्त करने की दिशा में कार्य किया जाएगा। साथ ही टनल में मैनुअल ड्रिलिंग कार्य भी किया जाएगा। वर्टिकल ड्रिलिंग की तैयारी भी की जा रही है। जिसके लिए पूर्व में रोड और स्थान को चिन्हित कर लिया गया था और मशीन को भी तैयार रखा गया है।