पिथौरागढ़। पृथक पर्वतीय विश्वविद्यालय की मांग को लेकर 15 दिसंबर 1972 को गोलीकांड में शहीद हुए छात्र सज्जन लाल शाह और सोबन सिंह नेपाली को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
शुक्रवार को पिथौरागढ़ के शहीद स्मारक में आयोजित गोलीकांड में शहीदों की 51वीं पुण्यतिथि पर वक्ताओं ने कहा कि सज्जन और सोबन की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनकी शहादत के बाद ही कुमाऊं विश्वविद्यालय की स्थापना हुई। इस अवसर पर शहीद सज्जन लाल शाह के भाई कैलाश शाह काे शाल ओढ़ाकर और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। सज्जन लाल अमर रहे, सोबन सिंह अमर रहे के नारे भी लगाए गए। समाजसेवी जुगल किशोर पांडे के संचालन में गुरुकुलानंद सरस्वती, डॉ.परमानंद चौबे, डीएन भट्ट, बार संघ अध्यक्ष मोहन चंद्र भट्ट, गिरधर सिंह, डीएस भंडारी, डॉ.पीतांबर अवस्थी, ललित पंत, पूर्व पालिकाध्यक्ष राजेंद्र रावत, धनीराम चन्याल, राजेंद्र खनका, मनोहर मुनौला, मन्नू भट्ट, हेम पांडे, विनीत पाठक, लक्ष्मी दत्त तिवारी, केल्विन धामी, अंकित ज्याला, गोविंद उपाध्याय, जनार्दन वल्दिया आदि उपस्थित रहे।