हल्द्वानी। हल्द्वानी के बाल संरक्षण गृह की दो महिला कर्मचारियों पर संरक्षण गृह में रह रही नाबालिग के साथ दुष्कर्म करवाने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि बाल संरक्षण गृह की दो महिला कर्मचारी एक किशोरी को बाहर ले जाती थी। महिला आरोपियों पर पोक्सो सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रदेश की बाल विकास मंत्री ने सख्त कदम उठाते हुए इस मामले में दोनों महिला कर्मियों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं।

बाल कल्याण समिति के सदस्य रविंद्र रौतेला के तहरीर पर हल्द्वानी कोतवाली पुलिस ने बाल संरक्षण गृह हल्द्वानी की दो महिला कर्मचारियों दीपा और गंगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि दोनों संप्रेक्षण गृह में रह रही एक किशोरी को बाहर लेकर जाती थी और उसके साथ दुष्कर्म होता था। हल्द्वानी कोतवाली पुलिस ने दोनों महिला कर्मचारियों के विरुद्ध शुक्रवार देर रात धारा 323/228/376 सहित पोक्सो एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

बताया जा रहा है कि बाल संरक्षण गृह में पिछले दिनों बाल कल्याण समिति के साथ निरीक्षण को लेकर पहुंचे एक न्यायिक अधिकारी ने पीडित किशोरी से बातचीत की थी। बातचीत के दौरान किशोरी द्वारा अपने साथ हुई घटना को बताया था। इस पर समिति के लोग हैरान रह गए। एसपी सिटी हरबंस सिंह का कहना है कि पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है।

कुछ समय पूर्व ही हल्द्वानी में संचालित एक दृष्टि बाधित संस्थान में भी बालिकाओं के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया था। इस मामले में गिरफ्तार किया गया आरोपी जेल में बंद है। इस घटना के छह माह के भीतर ही बालिकाओं का यौन शोषण करने का एक और मामला सामने आने के बाद तमाम तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं। आखिर बाल संरक्षण गृह से नाबालिग को कहां ले जाया जाता था यह भी गंभीर जांच का विषय है।