हरिद्वार। पुलिस के एक एएसआई ने बीस लाख रुपयों के लिए दृष्टिहीन महिला और उसके नाबालिग बेटे की हत्या कर दी। दोनों की चलती कार में गला दबाकर हत्या कर दी गई। इसमें उसका साथ दो और लोगों ने दिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

हरिद्वार में एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि नौ फरवरी को झबरेड़ा में अकबरपुर झोझा मार्ग पर नाले में एक किशोर का शव मिला था। उसके गले पर निशान थे। पुलिस ने किशोर की हत्या कर शव फेंकने के संदेह में जांच शुरू की थी। मृतक की शिनाख्त नरेंद्र उर्फ राजा (16), मूल निवासी कांठ, जिला मुरादाबाद के तौर पर हुई। जांच में पता चला कि राजा की दृष्टिहीन मां ममता (40) ने कुछ समय पूर्व कांठ का अपना पुश्तैनी मकान बेचकर हरिद्वार में दूसरा मकान खरीदा था। हाल ही में कुछ लोगों ने झांसा देकर ममता का यह मकान भी बीस लाख रुपये में बिकवा दिया। मकान बेचकर मिली रकम को हड़पने के लिए मां-बेटे की हत्या की साजिश रची गई।

पुलिस की जांच में पता चला कि आठ फरवरी को ममता और राजा, अपने परिचित शहजाद व एक पुलिसकर्मी के साथ कहीं गए थे। एसएसपी ने बताया कि मामलेमें पुलिस लाइन में तैनात सशस्त्रत्त् पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक छुन्ना सिंह की संलिप्तता सामने आई। इस पर छुन्ना सिंह, मूल निवासी हनुमाननगर,गली नंबर दो, थाना ऐत्माद्दौला, आगरा (यूपी) में रहता है। इस पर पुलिस ने छुन्ना सिंह को हिरासत में ले लिया। इसके बाद शहजाद पुत्र शराफत निवासी अकबरपुर झोझा, झबरेड़ा (हरिद्वार) व विनोद उर्फ काला पुत्र अमर सिंह निवासी सराय ज्वालापुर (हरिद्वार) को भी पकड़ लिया।

कड़ी पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ममता के मकान को बेचकर मिले बीस लाख रुपये हड़पने के लिए उन्होंने महिला और उसके बेटे की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद महिला का शव मंगलौर क्षेत्र में गंगनहर और उसके बेटे का शव झबरेड़ा में फेंक दिया। इस पर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। मालूम हो कि किशोर का शव बरामद हो चुका है जबकि महिला के शव की पुलिस तलाश कर रही है।