पिथौरागढ़। कृषि विज्ञान केंद्र में सीमा सशस्त्र बल और भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों को मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण दिया गया। केंद्र के मौनपालन विशेषज्ञ डाॅ. महेंद्र सिंह ने जवानों को मधुमक्खियों के जीवन चक्र, मौनपालन से होने वाले फायदे, मौनपालन के लिए उपयुक्त पौंधों, मौनपालन में उपयोग होने वाले उपकरण, मौनपालन से प्राप्त होने वाले उत्पाद, मधुमक्खियों का प्रबंधन और फसल उत्पादन में मधुमक्खियों की उपयोगिता के बारे में तकनीकी जानकारी दी। डाॅ. अलंकार सिंह ने जवानों को प्राकृतिक खेती में प्रयुक्त होने वाले जीवामृत और दशपर्णी अर्क का महत्व बताया। डॉ. अभिषेक बहुगुणा,डाॅ. दिनेश कुमार चौरासिया ने किसानों को कीवी और पुष्प उत्पादन की जानकारी दी। स्वाति गर्ब्याल ने जवानों को मोटे अनाजों के महत्त्व, मोटे अनाजों में पाए जाने वाले पोषक तत्वों आदि की जानकारी दी।

उन्होंने जवानों से अपने भोजन में मोटे अनाज को शामिल करने का आह्वान किया। डाॅ. कंचन आर्या ने जवानों को पशुपालन, मुर्गीपालन से संबंधित जानकारी दी। मत्स्य पालन की तकनीकियों के बारे में भी जवानों को बताया। इस अवसर पर केंद्र के प्रभारी अधिकारी डाॅ. जीएस बिष्ट, जीवन लाल, दीपक, बबली, सुनीता उपस्थित रहे।