धारचूला (पिथौरागढ़)। चीन सीमा से सटे दारमा घाटी के सीमांत ग्राम सोन दुग्तू, की निवासी मुस्कान सिंह सोनाल पायलट बन गई हैं। शुक्रवार को एयर इंडिया ग्रुप से फर्स्ट पायलट ऑफिसर पद में नियुक्ति पत्र मिलने पर परिजनों सहित सीमांत के लोगो में खुशी की लहर छाई है।
बता दें मुस्कान सोनाल रं समाज की पहली कामर्शियल महिला पायलट है और 15 अप्रैल को एयर इंडिया ग्रुप को ज्वाइन करेगी। मुस्कान सोनाल के पिता भूप सिंह सोनाल एसबीआई में मुख्य प्रबंधक के पद में कार्यरत और माता बसंती सोनाल गृहणी हैं। बड़ी बहन ज्योत्सना हेमवती नन्दन बहुगुणा केंद्रीय विश्व विद्यालय में सहायक प्रोफेसर हैं। छोटा भाई रोजर सोनाल हाई स्कूल में है। मुस्कान के पिता ने बताया कि मुस्कान ने इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी राय बरेली से कमर्शियल पायलट लाइसेंस का तीन साल का कठिन कोर्स पूर्ण करने पर यह नियुक्ति हेतू पात्रता परीक्षा पूर्ण की थी। साथ ही मुस्कान ने प्राइवेट कंपनी के विमान में तीन साल सेवा दे चुकी है। वह बहरीन गल्फ में दो महीने का पायलट कोर्स भी कर चुकी है। मुस्कान सोनाल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और गुरुजनों को दिया। मुस्कान के पिता ने बताया कि कोविड के समय उड़ान अकादमी फुर्सतगंज में प्रशिक्षक के रूप में कार्य कर चुकी है। वह 200 घंटे उड़ान का अनुभव भी कर चुकी है। एयर इंडिया में 1980 ने परीक्षा दी थी। लिखित परीक्षा, साइकोमैट्रिक टेस्ट, ग्रुप डिस्कशन के बाद 22 कैंडिडेट में से मुस्कान प्रथम स्थान में चयनित हुई है। रं कल्याण संस्था के केंद्रीय मुख्य संरक्षक और पूर्व मुख्य सचिव उत्तराखंड नृप सिंह नपलच्याल और दीलिंग दारमा सेवा समिति अध्यक्ष करन सिंह ग्वाल, महासचिव दिनेश चलाल ने होनहार मुस्कान सोनाल की एयर इंडिया ग्रुप में फर्स्ट पायलट ऑफिसर के पद में चयन होने को एक बड़ी उपलब्धि बताया। मुस्कान की इस सफलता से सीमांत के युवाओं को प्रेरणा मिलेगी। विधायक हरीश धामी और ब्लॉक प्रमुख धन सिंह धामी ने बताया कि मुस्कान सोनाल की इस सफलता ने सीमांत को गौरवांवित किया है। उन्होंने मुस्कान को उज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी है।