धारचूला (पिथौरागढ़)। सीमांत धारचूला तहसील की चौदास घाटी के सोसा गांव निवासी संदीप सिंह पुत्र अरविंद सिंह कुंवर ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सर्विसेज परीक्षा 2023 में 906 वां स्थान प्राप्त किया है। 27 वर्षीय संदीप की सफलता से पूरे सीमांत में खुशी की लहर है।

संदीप सिंह के पिता अरविंद सिंह कुंवर पहले भारत-तिब्बत व्यापार करते थे। कोरोना के बाद व्यापार बंद होने से राशन की दुकान चलाते हैं। उनकी माता सुनीता देवी गृहणी है। संदीप पांच भाई बहनों में सबसे छोटे हैं। संदीप के ताऊ भरत सिंह और ताई धर्मू देवी ने बताया की संदीप बचपन से ही पढ़ाई में मेधावी रहे हैं। संदीप सिंह ने हाईस्कूल तक की पढ़ाई ज्ञानदीप बाल विद्या मंदिर कुमौड़ पिथौरागढ़ से और इंटर एसजीआरआर, पटेल नगर देहरादून से किया है। संदीप ने अपने प्रथम प्रयास में ही आईआईटी जेईई की परीक्षा पास कर आईआईटी रुड़की से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की है। वह वर्ष 2016 में अमेरिका के हस्टैनविला में नासा द्वारा आयोजित “ह्यूमन एक्सप्लोरेशन रोवर चैलेंज” मे प्रतिभाग कर “Pit crew” अवार्ड जीतने वाली आईआईटी रुड़की की टीम का हिस्सा भी रहे हैं । आईआईटी में ही संदीप को एमएनसी में अच्छे पैकेज में कैंपस प्लेसमेंट मिल गई थी।रं समाज के प्रथम आईएएस नृप सिंह नपलच्याल को अपना आदर्श मानने वाले संदीप सिंह ने सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी करने का निर्णय लिया। वह वर्ष 2018 से दिल्ली में रहकर सिविल सर्विसेज एग्जामिनेशन की तैयारी कर रहे थे। उन्हें छठे प्रयास में सफलता अर्जित हुई है। संदीप ने मुख्य परीक्षा के लिए गणित को अपना वैकल्पिक विषय चुना था। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, ताई ताऊ और गुरुजनों को दिया है। संदीप परिश्रम, धैर्य और निरंतताको अपनी सफलता का मूल मंत्र मानते हैं। संदीप सिंह ने बताया आईएएस अधिकारी बनना उनका मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने फिर से और लगन के साथ साथ तैयारी करने की बात कही है।रं कल्याण संस्था के केंद्रीय मुख्य संरक्षक पूर्व मुख्य सचिव उत्तराखंड नृप सिंह नपलच्याल ने संदीप सिंह की देश की सर्वोच्च परीक्षा में सफल होने को रं समाज के एक बड़ी उपलब्धि बताया और युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत बताया है।