पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ कैंपस को फिर से महाविद्यालय बनाने या जमीन दान देने वाले लोगों को मुआवजा देने की मांग को लेकर छात्र संघ और भूमि दान करने वाले लोगों ने प्रदर्शन किया।शुक्रवार को बजेटी और पपदेव के लोग कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने कहा कि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पिथौरागढ़ को सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा से कैंपस का दर्जा दिया गया है। कैंपस का दर्जा देने के कारण मध्यमवर्गीय परिवार के छात्र-छात्राएं शुल्क वृद्धि और सीमित सीटों के कारण परेशान हैं। महाविद्यालय के लिए जमीन देने वाले दानदाताओं का कहना है कि उन्होंने पुश्तैनी जमीन महाविद्यालय को दी थी। जिससे यहां की गरीब जनता को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए पलायन न करना पड़े। उच्च शिक्षा विभाग ने महाविद्यालय को परिसर का दर्जा दे दिया गया है। उन्होंने कैंपस को हटाने या जमीन का मुआवजा देने की मांग उठाई। इस मौके पर पपदेव के ग्राम प्रधान राजेंद्र कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता केदार सिंह सेठी, पूर्व छात्र संघ सचिव ऋषेंद्र महर, छात्र नेता नितिन उप्रेती, छात्र संघ महासचिव मुकेश कुमार, राजेंद्र सेठी सहित कई लोग मौजूद रहे।