बेरीनाग। बेरीनाग तहसील से 12किलोमीटर दूर कांडे गांव में बिजली के तार ठीक करने के दौरान करंट लगने से लाइनमैंन की मौके पर मौत हो गई।
धंतोली कांडे निवासी लाइन मैन कमलेश कुमार पुत्र मोहन राम उम्र 40 वर्ष बुधवार देर रात्रि को 9बजे कांडे किरौली क्षेत्र में बिजली नही आने पर ठीक करने के कांडे गांव में स्थित ट्रांसफार्मर में लाइन ठीक करने के लिए गया। इससे पहले सब स्टेशन में फोन कर शटडाउन भी मांगा। जिससे ही लाइन ठीक करने के लिए ट्रांसफार्मर के पास पहुंचा तो 11हजार केवी लाइन में अचानक करंट आने से कमलेश कुमार को करंट लग गया और दया हाथ पूरी तरह से झुलस गया। और शरीर के कई हिस्सों में करंट लगकर जल गया ।सूचना मिलते ही परिजन प्राइवेट टैक्सी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेरीनाग लेकर आये जहां पर जहां पर डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वही कांडे किरौली से ग्राम प्रधान प्रेमा देवी और जिला पंचायत सदस्य के प्रतिनिधि भूपी कार्की के नेतृत्व में बड़ी संख्या में रात्रि को ग्रामीण सीएचसी बेरीनाग पहुंच गये और वहां पर घटना पर आक्रोश जताते हुए बिजली विभाग के अधिकारियों को जमकर खरी खोटी सुनाई और विभाग पर लापरवाही का आरोप भी लगाया। और कहा की सटडाउन लेने के बाद भी कैसे करंट आया। पूर्व में कई मवेशियों पर करंट लग चुका है ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए प्रभारी थानाध्यक्ष चंदन सिंह बिष्ट के नेतृत्व भारी पुलिस बल पहुंचा और पुलिस शव को कब्जे में ले लिया है मृतक की पत्नी अनीता देवी और दो छोटे छोटे बच्चें बेसुध हो गये हैं मृतक के बड़े भाई पूर्व ग्राम प्रधान जगदीश राम ने बिजली विभाग पर मारने का आरोप लगाया है। गुरुवार सुबह सैकड़ों की संख्या ग्रामीण अस्पताल पहुंचे और बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन कर प्रभावित परिवार को 10 लाख का मुआवजा और पत्नी को नौकरी देने की मांग करने लगे। ग्रामीणों ने पंचनामा की कार्रवाई भी नही करने दी और बिना मुआवजे और नौकरी के अस्पताल में धरने में बैठे गये। अधिशासी अभियंता नितिन गर्खाल पहुंचे और ग्रामीणों और प्रभावित परिवार से वार्ता कर समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण नहीं माने। ग्रामीणों के आक्रोश देखते हुए एसडीएम यशवीर सिंह पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण मुआवजा और नौकरी की मांग पर अडने के साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने लगे। दोपहर 1बजे एसडीएम यशवीर सिंह और अधिशासी अभियंता नितीन गर्खाल की समझाने के बाद ग्रामीण माने। थानाध्यक्ष चंदन सिंह बिष्ट और एसआई भुवन पांडे के नेतृत्व शव का पंचनामा भरकर डाक्टरों के द्वारा पोस्टमार्टम किया। ठेकेदार के द्वारा 3लाख और विभाग के द्वारा अग्रिम 80हजार की धनराशि परिजनों को दी और पत्नी को अस्थाई रोजगार देने की बात कही। नितिन गर्खाल अधिशासी अभियंता ने कहा कि- घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है विभाग के द्वारा इसकी जांच की जायेगी जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। विभाग और 80 हजार की धनराशि दी गई शेष धनराशी एक माह के भीतर परिवार को दी जायेगी।