मुनस्यारी(पिथौरागढ़)। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज नमजला तथा राजकीय इंटर कॉलेज मुनस्यारी की मांग को लेकर जिला पंचायत सदस्य सहित 25 गांव के त्रिस्तरीय पंचायत के प्रतिनिधि और आम जनता 5 सितंबर से जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष के भीतर अनुच्छेद कालीन भूख हड़ताल शुरू करेंगे। उत्तराखंड में पहली बार एक भूख हड़ताल को जिलाधिकारी कक्ष में करने की चेतावनी दी गई है।
इस बात की सूचना आज जिलाधिकारी सहित राज्य के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री सहित सभी आला अधिकारियों को भेज दिया गया है। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने बताया कि 4 वर्षों से हम दोनों इंटर कॉलेजों में शिक्षकों की नियुक्ति की मांग को लेकर अनुरोध कर रहे है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के साथ-साथ उत्तराखंड शासन प्रशासन हमारे अनुरोध को हमारी कमजोरी समझ रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षक दिवस 5 सितंबर के दिन से 25 ग्राम पंचायत की जनता तथा त्रिस्तरीय पंचायतों के प्रतिनिधि जिला अधिकारी कार्यालय कक्ष के भीतर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल प्रारंभ करेंगे। उत्तराखंड के इतिहास में यह पहली बार होगा जब एक भूख हड़ताल जिलाधिकारी के कक्ष के भीतर शुरू होगा। उन्होंने कहा कि राजकीय बालिका इंटर कॉलेज नमजला में एकमात्र प्रवक्ता तैनात है। जिसके पास प्रधानाचार्या का अतिरिक्त कार्य भार है। 30 साल से इस कॉलेज में विज्ञान की कक्षाएं संचालित नहीं हो पाई है। विज्ञान सहित प्रमुख विषयों में प्रवक्ता के नहीं होने से इस क्षेत्र की बालिकाओं को 24 किलोमीटर रोज पैदल चलना पड़ता है शिक्षा ग्रहण करने के लिए। उन्होंने कहा कि एक और मोदी जी “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” का नारा दे रहे है। दूसरे और उनकी पार्टी की सरकार है जो बेटियों के भविष्य के साथ इस तरह का अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा कि राजकीय इंटर कॉलेज मुनस्यारी में 570 विद्यार्थी अध्यनरत हैं। उसके बाद भी प्रवक्ताओं के मुख्य विषय रिक्त चल रहे है। रिक्ति की सूचना शिक्षा मंत्री, जिलाधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी तथा जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक को पूर्व में दे दिया गया था। आज की तिथि तक एक भी प्रवक्ता की नियुक्ति नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों के भविष्य के लिए हम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि हमें सरकार जेल भी भेज सकती है। हम अपने बच्चों के भविष्य के लिए जेल जाना तो रहा सूली में चढ़ने को भी तैयार हैं।