पिथौरागढ़। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अध्यक्ष अरविंद सिंह ह्यांकी ने जनपद भ्रमण के दौरान सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में जनपद में आयुष्मान कार्ड शतप्रतिशत बनाने के संबंध में संबंधित विभागीय अधिकारियों से विचार विमर्श बैठक लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना के बेहतर संचालन में सहयोग के लिए आम लोगों में भी जागरूकता का संचार किया जाना जरूरी है। दुरूपयोग की स्थितियां ना हो इस पर भी नजर रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना का लाभ जन-जन तक पहुंचाना हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में योजना की व्यापकता व सर्वसुलभता के प्रयास जरूरी हैं। इसके लिए नेटवर्क बढ़ाने होंगे और ग्रामीण स्तर पर शिविरों का आयोजन, आशा व आंगनबाड़ी कार्मिकों का सहयोग लेने जैसे जो प्रयास भी कारगर हो सकते हैं उस दिशा में सुनियोजित ढंग से काम करने की जरूरत है। माननीय अध्यक्ष ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आयुष्मान कार्ड से संबंधित योजनाओं को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए अपने-अपने स्तर से क्षेत्र में एक अभियान के तहत प्रचार- प्रसार कर जो लोग अभी तक आयुष्मान कार्ड से वंचित है कैंप लगाकर उन लोगों को जोडे़ं एवं चिकित्सालय में आने वाले मरीजों का आरोग्य मित्र सहयोग कर आयुष्मान कार्ड बनाएं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को राज्य सरकार द्वारा अनुबंधित चिकित्सालयों की मॉनीटरिंग करने को कहा ताकि पता चल सके क्या संबंधित मरीजों को सही-सही इलाज मिल रहा या नहीं। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अध्यक्ष को बताया कि जनपद के रिमोट एरिया में आयुष्मान कार्ड बनाने की अति आवश्यकता है इसके लिए जिला प्रशासन नियमित रूप से दूरस्थ क्षेत्रों में कैंप लगाकर अति शीघ्र दूरस्थ क्षेत्र की रहने वाली जनता को भी आयुष्मान कार्ड का लाभ मिलेगा। सोशल मीडिया अखबार के माध्यम से भी आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा।इस दौरान राज्य स्वास्थ्य के निदेशक बीएस टोलिया ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से माननीय अध्यक्ष को अब तक जनपद में बनाए गये आयुष्मान कार्ड के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। बैठक में अपर निदेशक अमित शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी डाॅ. दीपक सैनी, जिला चिकित्साधिकारी एचएस ह्यांकी, डॉ. जेएस नबियाल, बाल विकास अधिकारी निर्मल बसेड़ा, समाज कल्याण अधिकारी दिलीप कुमार आदि स्वास्थ्य से संबंधित अधिकारी मौजूद थे।