पिथौरागढ़। 22 वर्ष पहले एक महिला की हत्या के मामले में फरार मफरूर घोषित अपराधी चढ़ा पुलिस के हत्थे। अभियुक्त जमानत मिलने के बाद से फरार था। पुलिस ने अभियुक्त पर 25 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया था। एसओजी, पुलिस व सर्विलांस टीम के अथक प्रयासों से अभियुक्त को उड़ीसा से गिरफ्तार किया।

पिथौरागढ़ पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। 07 अप्रैल 2002 को पिथौरागढ़ के केमू स्टेशन के पास हुई महिला कमला धामी की हत्या के मामले में पुलिस ने अभियुक्त रितेश मिश्रा उर्फ जगन्नाथ मिश्रा को गिरफ्तार किया। यह अभियुक्त उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले का निवासी है, और अदालत से जमानत मिलने के बाद फरार हो गया था। उसे 25 सितंबर 2006 को मफरूर घोषित कर दिया गया था, और उसके ऊपर 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित* किया गया था। एसपी श्रीमती रेखा यादव के निर्देशन में *सीओ श्री परवेज अली* के पर्यवेक्षण में पिथौरागढ़ पुलिस ने अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए। अभियुक्त गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने ठिकाने बदलता रहा। पुलिस टीम और एसओजी द्वारा किये गए अथक प्रयासों और सर्विलांस टीम की मदद से अभियुक्त को ग्राम सुमित्रानगर कटक, उड़ीसा से गिरफ्तार किया गया। इस गिरफ्तारी में पुलिस टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिनमें *एसओजी प्रभारी श्री मनोज पाण्डेय, उ0नि0 दिनेश चन्द्र सिंह (थानाध्यक्ष कनालीछीना), का0 सोनू कार्की (एसओजी), का0 संजीत कुमार, सर्विलांस सैल से हे0 का0 हेम चन्द्र सिंह और का0 कमल तुलेरा* शामिल थे। यह गिरफ्तारी पिथौरागढ़ पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जो अपराधियों के खिलाफ अपनी मुहिम में लगातार सफलता प्राप्त कर रही है।