पिथौरागढ़। भारतीय सेना के प्रमुख युद्ध जिस पर 62,65 और 71 जैसे विषम परिस्थितियों पर लड़े गए युद्ध का वर्णन सर्वोपरि आता है और ऐसे कठिन समय पर तीनों युद्धों के साक्षी रहे 93 वर्षी कैप्टन भीम सिंह बोहरा साहब का आज 93 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया। वह भारतीय सेना में 1953 पर आर्मी सप्लाई कोर पर चयनित हुए थे और भारत के विषम परिस्थितियों पर लड़े गए युद्धों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 28 वर्ष सेवा में गौरवपूर्ण सेवा के पश्चात वह 1981 पर कैप्टन के मानद पद u से सेवानिवृत हुए थे। सेवानिवृत्ति के बाद भी वह लगातार सामाजिक कार्यों में जुटे रहे। आज प्रातः उनके निधन की खबर आते ही पूर्व सैनिकों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। पूर्व सैनिक संगठन द्वारा उनके निवास स्थान तिलढुकरी पर जाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए, तथा पूर्व सैनिक संगठन के माध्यम से कैप्टन नवीन गिरी द्वारा पुष्प चक्र अर्पित करते हुए अंतिम सलामी दी गई । पूर्व सैनिक संगठन द्वारा उनके निधन को एक सदी का अंत बताते हुए महान क्षति पर शोक व्यक्त किया। रामगंगा स्थित घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। पूर्व सैनिक संगठन के माध्यम से श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए कैप्टन शेर सिंह ,कैप्टन लक्ष्मण सिंह, हयात सिंह, ललित सिंह सेना मेडल, आनंद सिंह, रमेश सिंह महर, देवी दत्त, धर्म सिंह, राजेंद्र सिंह,गिरधर खनका सहित अन्य पूर्व सैनिक तथा जनमानस उपस्थित रहे।

