
पिथौरागढ़ से लगभग 130 किलोमीटर दूर, मदकोट के फापा गाँव से प्राप्त दुखद जानकारी के अनुसार तीन बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठ चुका है। इस पीड़ादायक घटना की सूचना मिलते ही घनश्याम ओली चाइल्ड वेलफेयर सोसायटी ने तुरंत पहल करते हुए बच्चों तक पहुँच बनाई।संगठन के संस्थापक अजय ओली एवं अध्यक्ष गिरीश चंद्र स्वयं गाँव पहुँचकर बच्चों से मिले और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए सोसायटी की ओर से निःशुल्क शिक्षा तथा हर संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। तत्काल कार्रवाई करते हुए संस्था द्वारा बच्चों को सहयोग-धनराशि का चेक भी प्रदान किया गया।सोसायटी की ओर से अजय ओली ने बताया कि यदि बच्चे पिथौरागढ़ आकर अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं, तो संस्था उनकी आजीवन निःशुल्क शिक्षा, भोजन एवं आवास की संपूर्ण व्यवस्था करेगी।वर्तमान में तीनों बच्चों में हंसा की उम्र 14 वर्ष है तथा दो जुड़वां बच्चों ( नेहा और नवीन ) की उम्र 9-9 वर्ष है। घर पर केवल उनके बुजुर्ग दादाजी हैं, जो पैरालिसिस से पीड़ित हैं और उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है।गाँव के ग्राम प्रधान गणेश जी ने बताया कि अब तक किसी भी संस्था या व्यक्ति द्वारा सहायता के लिए गाँव नहीं पहुँचा था, परंतु इतनी दूरस्थ क्षेत्र में पिथौरागढ़ से आकर घनश्याम ओली चाइल्ड वेलफेयर सोसायटी ने जो मिसाल पेश की है, वह सराहनीय है। उन्होंने संस्था का धन्यवाद करते हुए कहा कि सभी मिलकर बच्चों के भविष्य के लिए कार्य करेंगे।संस्था अध्यक्ष ने कहा कि सोसायटी पिछले 10 वर्षों से बच्चों के हितों के लिए निरंतर कार्य कर रही है और इस हृदयविदारक स्थिति में संस्था पूरी तरह से बच्चों के साथ खड़ी है। उन्होंने समाज के अन्य लोगों से भी आगे आकर इन बच्चों के लिए सहयोग करने की अपील की। इस मौके पर अन्य गांववासी भी मौजूद रहे।


