पिथौरागढ़। 55वीं वाहिनी, सशस्त्र सीमा बल, पिथौरागढ़ के प्रांगण में सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन का शुभारंभ वाहिनी के कमांडेंट आशीष कुमार के नेतृत्व एवं तत्वावधान में हुआ। इस अवसर पर वाहिनी के अधिकारीगण, अधीनस्थ अधिकारीगण, महिला कर्मी तथा जवान बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
सम्मेलन के दौरान उप-निरीक्षक (सामान्य) प्रताप सिंह को उनकी सेवानिवृत्ति के उपलक्ष्य में भावभीनी विदाई दी गई। पूरा वातावरण सम्मान, कृतज्ञता एवं भावनाओं से ओतप्रोत रहा।
इस अवसर पर उप-निरीक्षक (सामान्य) प्रताप सिंह ने अपने संबोधन में कहा,“सरकारी सेवा मेरे लिए केवल एक नौकरी नहीं, बल्कि राष्ट्रसेवा का एक सशक्त माध्यम रही है। 21 वर्ष की आयु में जब मैंने बल में प्रवेश किया, तब मेरे मन में केवल एक ही उद्देश्य था—देश की सीमाओं की रक्षा करना और संगठन की गरिमा को बनाए रखना। मेरी सभी उपलब्धियाँ मेरी टीम और मेरे परिवार के सहयोग का परिणाम हैं। साथियों का सहयोग और परिवार का धैर्य व समर्थन न होता, तो मैं इतने लंबे समय तक पूरी निष्ठा से सेवा नहीं कर पाता।”
अपने संबोधन में कमांडेंट श्री आशीष कुमार ने कहा कि उप-निरीक्षक (सामान्य) प्रताप सिंह ने मात्र 21 वर्ष की आयु में 31 दिसंबर 1986 को सशस्त्र सीमा बल में प्रवेश किया। उन्होंने निष्ठा, परिश्रम और अनुशासन के बल पर 39 वर्षों की गौरवपूर्ण सेवा पूर्ण की। अपने संपूर्ण कार्यकाल में उन्होंने सशस्त्र सीमा बल की गरिमा को सर्वोपरि रखते हुए ईमानदारी, कर्तव्यपरायणता और समर्पण की अद्वितीय मिसाल प्रस्तुत की। उनकी सेवाएँ संगठन की अमूल्य धरोहर हैं, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए सदैव प्रेरणास्रोत बनी रहेंगी।
कमांडेंट ने आगे कहा कि श्री प्रताप सिंह ने कठिन परिस्थितियों में भी संगठनात्मक मूल्यों का पालन करते हुए अपने कर्तव्यों का उत्कृष्ट निर्वहन किया। उन्होंने अपने अधीनस्थों का मार्गदर्शन कर उनमें अनुशासन, समर्पण और सहयोग की भावना विकसित की। उनकी नेतृत्व क्षमता और कार्यशैली ने संगठन को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
समारोह के अंत में उपस्थित सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों ने श्री प्रताप सिंह के योगदान की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए उनके उज्ज्वल, स्वस्थ एवं सम्मानजनक भविष्य के लिए एक स्मृति चिन्ह के साथ हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।
विदाई समारोह के दौरान परंपरागत उत्साह और सौहार्द्र का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। उप-निरीक्षक (सामान्य) प्रताप सिंह को ससम्मान गाड़ी में बैठाकर वाहिनी परिसर का भ्रमण कराया गया, जहाँ जवानों एवं कर्मियों द्वारा पारंपरिक छोलिया नृत्य के माध्यम से उनका उल्लासपूर्ण अभिनंदन किया गया। पूरा कैंप देशभक्ति, सम्मान और भावनाओं से सराबोर दिखाई दिया।
55वीं वाहिनी, सशस्त्र सीमा बल, पिथौरागढ़ के लिए यह क्षण न केवल एक वरिष्ठ अधिकारी को विदा करने का था, बल्कि उनकी अनुकरणीय सेवाओं को नमन करते हुए संगठन के गौरवशाली इतिहास को और अधिक समृद्ध करने का अवसर भी था।
