पिथौरागढ़। रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के कारण यूक्रेन में फंसे हजारों भारतीय छात्र-छात्राओं में पिथौरागढ़ जिले के छात्र भी शामिल हैं। वहां के हालातों के बीच फोन पर कुशल क्षेम पूछ रहे परिजनों की चिंता लगातार बढ़ रही है।पिथौरागढ़ के रई धनौड़ा निवासी तन्मय मेहता, पांडेयगांव तनुश्री पांडेय और नैनीसैनी के पवन सिंह महर यूक्रेन में अलग-अलग यूनिवर्सिटीज से मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। इन छात्र-छात्राओं के परिजन बच्चों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। लगातार फोन पर बातचीत हो रही है इसके बाद भी वहां पर जिस तरह से हालात बने हुए हैं उससे परिजनों की चिंता भी बढ़ रही है। छात्रा तनुश्री के पिता महेश पांडेय ने बताया कि उनकी बेटी इवानो फ्रेंकलिन मेडिकल कॉलेज में प्रथम वर्ष की छात्रा है। उन्होंने बताया कि उनकी फोन पर बातचीत हो रही है।इधर जिला प्रशासन भी यूक्रेन में फंसे जिले के छात्रों सहित अन्य लोगों के संबंध में जानकारी जुटा रहा है। डीएम डॉ. आशीष चौहान ने जिले से विभिन्न कार्य, शिक्षा और व्यवसाय के लिए यूक्रेन गए जिले के लोगों की जानकारी आपातकालीन नंबर-112 पर देने को कहा है। उनका कहना है कि यूक्रेन में रहने वाले सीमांत जिले पिथौरागढ़ के नागरिकों का विवरण उनका नाम यूक्रेन में पता, मोबाइल नंबर, ई-मेल, पासपोर्ट नंबर प्राप्त करना जरूरी है। जिससे उनकी सुरक्षा के संबंध में विदेश मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम कार्रवाई की सके। यूक्रेन गए नागरिकों के संबंध में सूचना विवरण प्राप्त करते हुए आपतकालीन नंबर 112 पर दें। डीएम ने पुलिस अधीक्षक और उपजिलाधिकारियों यूक्रेन में निवासरत लोगों की जानकारी 25 फरवरी तक डीएम कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।