पिथौरागढ़। जिले में मासूम बच्चियों की तस्करी का मामला सामने आया है। बच्चियों का सौदा उनकी सगी मां और सौतेले पिता ने महज 90 हजार रुपये में राजस्थान के एक युवक के साथ कर दिया। पुलिस ने बच्चियों के माता-पिता सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है।

मामले के अनुसार गुरुवार की रात साढ़े दस बजे कोतवाली पुलिस को सूचना मिली ‌कि एक वाहन में बिठाकर 12 और 13 साल की दो बच्चियों को कहीं ले जाया जा रहा है। सूचना मिलते ही हरकत में ‌आई पुलिस ने पिथौरागढ़-घाट एनएच में स्थित एंचोली चौकी के पास वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी। इसी दौरान घाट की ओर जा रही एक स्कार्पिओ जीप की चेकिंग की गई तो उसमें दो दो बच्चियां बैठी थीं। पुलिस की पूछताछ में वाहन में सवार लोगों ने पुलिस को बताया कि वह लोग बनबसा जा रहे हैं। बच्चियों को देखकर जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो वाहन में बैठे युवकों ने दोनों बच्चियों को शादी करने के लिए राजस्थान के अलवर ले जाने की बात कही। पुलिस को मिली सूचना सच निकली। मानव तस्करी से जुड़ा मामला होने पर पुलिस ने वाहन में सवार लोगों को हिरासत में लेने के साथ ही बच्चियों को अपने संरक्षण में ले लिया।

पूछताछ में पता चला कि बच्चियों का सौदा किसी और ने नहीं बल्कि  उनकी सगी मां और सौतेले पिता ने किया है। 90 हजार रुपये में से 30 हजार रुपये सौतेले पिता, 10 हजार रुपये बच्चियों की मां और 25-25 हजार रुपये सौदा करने वाले दो लोगों को दिए थे।

पुलिस ने इस मामले में बच्चियों के माता-पिता के साथ ही  खरीद फरोख्त में शामिल  राजस्थान के अलवर से आये राहुल यादव, भरतपुर राजस्थान निवासी तुलसी चौधरी, पिथौरागढ़ जिला निवासी चंद्र प्रकाश और कार चालक सनी सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पिथौरागढ़ थाने में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 366ए, 370, 372 और 373 के तहत मुकदमा दर्ज दिया है। सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।

पुलिस पूछताछ में राजस्थान से आए राहुल यादव ने बताया कि वह खेत बेचकर शादी के लिए पिथौरागढ़ आया था। पुलिस के अनुसार राहुल यादव ने तुलसी चौधरी से अपने विवाह के लिए लड़की ढूंढ़ने को कहा था।  तुलसी चौधरी अपने भाई की गंगोलीहाटके एक गांव से अपने भाई की शादी करा चुका है  इसलिए उसे यहां की काफी जानकारी है। लड़की  के लिए उसने सल्ला क्षेत्र निवासी चंद्र प्रकाश से संपर्क किया। रुपयों के लालच में चंद्र प्रकाश ने किसी गरीब परिवार की तलाश शुरू कर दी। इस बीच उसे पता चला कि पिथौरागढ़ शहर में नेपाली मूल का एक परिवार रहता है जिसमें दो लड़कियां भी हैं। इसके बाद उसने बच्चियों के माता पिता से सौदेबाजी शुरू की। 90 हजार रुपये में सौदा तय हुआ तो तुलसी चौधरी और राहुल यादव राजस्थान से पहले बनबसा तक आए इसके बाद दूसरे वाहन से पिथौरागढ़ पहुंचे लेकिन मासूम बच्चियों के सौदागर उन्हें लेकर जिले की सीमा से बाहर निकलते उससे पहले ही उन्हें दबोच लिया गया । पूछताछ में यह भी पता चला है कि अपनी बच्चियों का सौदा करने वाली महिला इस समय जिसके साथ रह रही है वह उसका छठा पति है। बहरहाल अब बच्चियों के सभी सौदागर सलाखों के पीछे जा चुके हैं।

Pithoragarh Today

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