पिथौरागढ़। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन, उत्तराखंड (एनएमओपीएस) ने हिमांचल प्रदेश में शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे कर्मचारियों के ऊपर हुए लाठीचार्ज की घोर निंदा की है। उन्होंने हिमांचल सरकार से कर्मचारियों के ऊपर लिए मुकदमे वापिस लेने की मांग की है।
एनएमओपीएस के जिलाध्यक्ष बिजेंद्र लुंठी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि इस समय पूरे देश का कर्मचारी एक स्वर में पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहा है। हिमांचल प्रदेश में शांति पूर्ण रूप से पुरानी पेंशन बहाली के लिए आंदोलन कर रहे एनएमओपीएस उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और राष्ट्रीय पदाधिकारियों पर लाठीचार्ज व पानी की बौछारों की निंदा की गयी। कहा कि तानाशाही लोकतंत्र में किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं होती है। कहा कि लाठीचार्ज के दौरान कई आंदोलनकारी गंभीर रूप से घायल भी हुए है। उसके बाद भी सरकार द्वारा आंदोलन कर रहे सैकड़ों कार्मिकों के ऊपर मुकदमे दर्ज किए गए है। वक्ताओं ने कहा कि हिमांचल में हुई घटना का पूरे देश में निंदा हो रही है। आज नहीं तो कल सभी सरकारों को पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करनी ही होगी। बैठक के बाद कर्मचारियों ने हिमांचल प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर तत्काल मुकदमे वापिस लेते हुए पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की। कहा कि अगर उनकी मांगों पर शीघ्र विचार नही किया जाता है तो आन्दोलन किया जाएगा। बैठक में जिला सचिव इं प्रकाश जोशी, वंदना भट्ट, सौरभ चंद, चंद्रकांत जोशी, अशोक खड़ायत, वीरेंद्र धानिक, मोहित बिष्ट, हिमांशु जोशी, अनिल चंद, आदि मौजूद थे।