पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ पुलिस ने निवेश के नाम पर 4,42,500 रुपये की धोखाधड़ी करने वाली फर्जी कंपनी की एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है।
तीन मार्च को सुमित सिंह और दीपक लुंठी ने पिथौरागढ़ कोतवाली में तहरीर दी कि स्मार्ट मनी बी कंपनी लिमिटेड चंद्रबनी देहरादून के अधिकारियों ने पिथौरागढ़ में शिविर लगाकर, कंपनी में धन निवेश कर अच्छा ब्याज और अन्य सुविधाएं देने का प्रलोभन दिया गया। इसके बाद उन्होंने एक साल तक कंपनी की मालकिन देविका पालीवाल और मैनेजर कमल सिंह थापा के खातों में 4,42,500 रुपये भेजा गया। कंपनी ने उनके खाते में 3,05,000 रुपये वापस किए लेकिन बांकी धनराशि देने से मना किया जा रहा है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर धारा 420 में मुकदमा दर्ज किया। एसपी लोकेश्वर सिंह ने मामले की जांच के लिए सीओ ऑपरेशन सुमित पांडे के नेतृत्व में फाइंनेसियल फ्रॉड यूनिट और साइबर सेल को आदेश दिया।
जांच में पाया गया कि यह कंपनी फर्जी है जो लोगों को अधिक ब्याज देने का प्रलोभन देकर उनसे पैसों की धोखाधड़ी करते हैं। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली पिथौरागढ़ मोहन चंद्र पांडे के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने साइबर सैल की मदद से 23 मार्च को आरोपी कमल सिंह थापा निवासी मोहबेवाला देहरादून हाल निवास वन्य जीव विहार रोड चंद्रबनी देहरादून, देव कुमारी उर्फ देविका पालीवाल निवासी नया गांव नियर चंद्रबनी सेवली खुर्द देहरादून को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। पुलिस टीम में एसआई सोमेंद्र सिंह, कांस्टेबल सतेंद्र सुयाल, गोविंद सिंह, महिला कांस्टेबल कविता मेहरा, प्रभारी साइबर सैल प्रियंका इजराल, विपिन ओली, कांस्टेबल मनोज कुमार, गीता पवांर, अशोक कुमार, कांस्टेबल आनंद राणा शामिल रहे।