देहरादून। कोटद्वार से भाजपा विधायक रितु भूषण खंडूरी शनिवार को उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा की अध्यक्ष बन गई। वह निर्विरोध निर्वाचित हुई हैं। शुक्रवार दोपहर 12 बजे तक विधानसभा सचिव को किसी दल या सदस्य ने कोई नामांकन नहीं किया। शनिवार को निर्वाचन की प्रक्रिया विधानसभा में सुबह 11 बजे से सभामंडप में शुरू हुई।
इस अवसर पर विधानसभा के सभी सदस्यों से उपस्थित रहे। चुनाव कराने तक वरिष्ठ विधायक एवं प्रोटेम स्पीकर बंशीधर भगत विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका रहे। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने उन्हें निर्वाचन अवधि तक के लिए अध्यक्ष नियुक्त किया है। कार्यसूची के अनुसार बंशीधर भगत ने रितु खंडूरी को निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की।
इसके बाद उनका उद्बोधन हुआ और फिर नवनिर्वाचित अध्यक्ष रितु ने आसन ग्रहण किया। प्रेमचंद अग्रवाल, भरत सिंह चौधरी, कैलाश चंद्र गहतोड़ी, सतपाल महाराज, उमेश शर्मा काऊ, खजान दास, मुन्ना सिंह चौहान, सरिता आर्य, दुर्गेश्वर लाल, चंदन राम दास, प्रमोद नैनवाल, सविता कपूर, महेश जीना, बिशन सिंह, मदन कौशिक व विनोद कंडारी विधानसभा अध्यक्ष पद पर रितु खंडूरी के प्रस्तावक है।
अनिल नौटियाल, शिव अरोड़ा, दीवान सिंह बिष्ट, रेखा आर्या, रेनू बिष्ट, सुरेश गढ़िया, बृजभूषण गैरोला, राम सिंह कैड़ा, शैला रानी रावत, सुरेश सिंह चौहान, फकीर राम, मोहन सिंह, शक्ति लाल शाह, सौरभ बहुगुणा, सुबोध उनियाल और भूपाल राम टम्टा समर्थ सदस्य हैं। रितु खंडूरी प्रदेश की छठी और पहली महिला विधानसभा अध्यक्ष बनीं हैं। जबकि निर्वाचित विधानसभा की वह पांचवीं स्पीकर बनेंगी। अंतरिम सरकार में पहले विधानसभा अध्यक्ष प्रकाश पंत थे। निर्वाचित सरकार में पहले विधानसभा अध्यक्ष यशपाल आर्य रहे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के लिए ऐतिहासिक दिन है और यह मातृशक्ति का बहुत बड़ा योगदान है. मातृशक्ति के रूप में हमें पहली महिला स्पीकर मिली है. हमारी विधानसभा उनके नेतृत्व में प्रगति के नए इतिहास रचेगी. उनको में हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।