पिथौरागढ़। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने वृहस्पतिवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन के तहत संचालित कार्यो की प्रगति समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने अधिशासी अभियंताओं को जल जीवन मिशन योजना के तहत अवशेष कार्यों की डीपीआर जल्द तैयार करने के निर्देश दिए हैं।जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत संचालित कार्यों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन योजनाओं की डीपीआर पास हो गई है, उनका तत्काल टैंडर करते हुए कार्यादेश जारी करना सुनिश्चित करें। हिदायत दी कि इन कार्यो में अनावश्यक देरी न की जाए। कार्यादेश जारी होने के बाद संबधित ठेकेदार से निर्धारित शर्तो के अनुसार समय से कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। साथ ही एफएचटीसी में भी तेजी लाते हुए निर्धारित लक्ष्य पूरा करें। उन्होंने कहा कि अगले 15 दिनों में जल जीवन कार्यो की फिर से समीक्षा की जाएगी। जल जीवन मिशन की महत्वपूर्ण बैठक में डीडीहाट जल संस्थान के अधिशासी अभियंता के उपस्थित ना रहने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए उनका वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं। साथ ही योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट के सही आंकडे प्रस्तुत न करने पर एपीडी का स्पष्टीकरण तलब किया। डीएम ने कहा कि ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। डीएम ने अधीक्षण अभियंताओं को भी बैठक में उपस्थित रहने को कहा।बैठक में जल जीवन मिशन के तहत संचालित कार्यो की विस्तार से समीक्षा की गई। इस दौरान बताया गया कि दूसरे चरण में 616 लक्ष्य में 459 योजनाओं की निविदा और 385 योजनाओं के कार्यादेश जारी कर दिए गए है तथा 104 करोड़ में 79 करोड़ की धनराशि व्यय हुई है। इस दौरान जल निगम और जल संस्थान के सभी डिवीजनों के अधिशासी अभियंता उपस्थित थे।