26 अक्टूबर
बागेश्वर। बागेश्वर जिले के विश्व प्रसिद्ध सुंदरढूंगा ग्लेशियर में ट्रैकिंग के दौरान बर्फीले तूफान में फंसकर जान गंवाने वाले पांचों पर्यटकों के शव निकाल लिए गए हैं। अभी भी स्थानीय गाइड खिलाफ सिंह दानू का कोई सुराग नहीं लग पाया है।
16 अक्टूबर को बंगाल के पांच पर्यटक, एक स्थानीय गाइड और चार पोर्टर खाती से सुंदरढूंगा ग्लेशियर के लिए ट्रैकिंग पर निकले थे। 20 अक्टूबर को अचानक मौसम खराब होने से सभी 10 लोग बर्फीले तूफान में फंस गए थे। इस दौरान चारों घायल पोर्टर खाती तक पहुंचने में सफल रहे। जबकि पश्चिम बंगाल के पांचों पर्यटकों की बर्फबारी के चलते मौत हो गई थी। स्थानीय गाइड खिलाफ सिंह दानू लापता हो गया। वहां से आए पोर्टर ने बताया कि गाइड खिलाफ सिंह के पास एक वॉकी टॉकी था, जिसकी लोकल रेंज पांच किमी की है। उसके माध्यम से उन्होंने जातोली के लोगों को 20 अक्टूबर शाम को सूचना दे दी थी। स्थानीय लोगों ने तभी प्रशासन को सूचित कर दिया था। मौसम खराब होने के चलते एसडीआरएफ को रेस्क्यू अभियान चलाने में काफी दिक्कत हो रही थी। खोजबीन के दौरान एसडीआरफ को 5 पर्यटकों के शव मिल गए थे। मंगलवार को एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू अभियान शुरू करते हुए पांच बंगाली पर्यटकों के शवों को सुंदरढूंगा ग्लेशियर से हेलीकाॅप्टर से कपकोट पहुंचा दिया है। मृतक पर्यटकों में बंगाल के जिला हावड़ा बागवान के निवासी सागर डे उम्र 27 वर्ष, चंद्रशेखर दास 32, सरित शेखर दास 35 वर्ष और प्रीतम राय उम्र 27 वर्ष निवासी नदिया राजघाट और साधुन बसाद उम्र 63 निवासी कोलकत्ता बिहाला शामिल हैं। गाइड खिलाफ सिंह लापता बताया जा रहा है।