ऋषिकेश। वीरभद्र रेलवे स्टेशन पर उत्तर प्रदेश के रामपुर की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया। नशे की हालत में युवती ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना की बात कही। लेकिन जब युवती का नशा उतरा तो उसने दुष्कर्म की बात से साफ इनकार कर दिया। पुलिस की सूचना पर पहुंचे युवती के परिजनों ने बताया कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है और छह साल से उसका इलाज चल रहा है। जिसके बाद परिजन युवती को अपने साथ वापस घर लेकर चले गए। मंगलवार सुबह 8.30 पर जीआरपी पुलिस को वीरभद्र रेलवे स्टेशन मास्टर ने एक युवती के साथ छेड़छाड़ की घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस को रामपुर निवासी 23 वर्षीय युवती ने बताया कि सोमवार रात को वह प्लेटफॉर्म नंबर एक पर ट्रेन का इंतजार कर रही थी। इस दौरान 12 लोगों ने नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। जीआरपी ऋषिकेश चौकी इंचार्ज बलवंत पंवार ने बताया कि पुलिस युवती को सरकारी अस्पताल में मेडिकल के लिए लेकर पहुंची। यहां जैसे ही युवती का नशा उतरा उसने मेडिकल कराने से इनकार कर दिया। इसके बाद जीआरपी पुलिस ने युवती के परिजनों को सूचना दी। अस्पताल पहुंचे युवती के पिता ने पुलिस को बताया कि वह छह साल से मानसिक रूप से अस्वस्थ है। उसका उपचार चल रहा है। पीड़ित युवती ने बताया वह करीब एक पहले उत्तराखंड आई थी। यहां हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर उसका पर्स और मोबाइल चोरी हो गया था। जिसकी रिपोर्ट भी उन्होंने पुलिस चौकी में दर्ज कराई थी। युवती ने बताया कि यहां से वह ब्रह्मपुरी स्थित ओशो धाम आई थी। लेकिन कुछ दिन बाद उसने आश्रम छोड़ दिया। हालांकि युवती ने पुलिस को यह नहीं बताया कि उसने आश्रम क्यों छोड़ा। युवती चार पांच दिनों से वीरभद्र रेलवे स्टेशन पर रह रही थी। युवती के पिता ने बताया उनकी बेटी हर समय आध्यात्मिक शांति और पहाड़ों की ओर जाने की बात कहती है। इमरजेंसी में तैनात एक मेडिकल अफसर ने बताया रात और दिन में कई बार युवती इमरजेंसी में अस्पताल आ चुकी है। एक बार तो युवती के सिर पर गंभीर चोट लगी थी। मेडिकल अफसर ने बताया वह स्वयं पांच बार युवती का इलाज कर चुकी है। युवती के पिता ने बताया कि वह घर से बिना बताए निकल जाती है। पहले भी वह हरिद्वार और ऋषिकेश आ गई थी।