पिथौरागढ़। कनालीछीना के मलान में स्थित कृष्णा डेयरी में आग लग गई। इस अग्निकांड में एक करोड़ से अधिक की संपत्ति जलकर राख हो गई।

इंजीनियर जेपी जोशी ने लगभग आठ वर्ष पूर्व मुंबई से लौटकर अपने गांव में डेयरी खोली थी। इस डेयरी में उन्होंने लगभग 3 करोड़ रुपए इन्वेस्ट किए थे। शुरुआत में उन्होंने 10 लोगों को डेयरी में रोजगार दिया। अपने दम पर करोड़ों रुपए खर्च कर वाले जेपी को तमाम दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। वर्तमान में डेयरी के साथ साथ वह जैविक सब्जियों का उत्पादन भी कर रहे थे। उनकी डेयरी का घी 2000 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा था। शुक्रवार को जेपी जोशी किसी काम से नारायणनगर गए थे इसी बीच डेयरी में आग लग गई। डेयरी से धुआं उठता देखकर आसपास के लोगों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद काबू नहीं पाया जा सका। डेयरी में बंधी एक गाय की जलकर मौत हो गई जबकि दो गाएं झुलस गई जिन्हें लोगों ने आग लगे शेड से बाहर निकाला। इस अग्निकांड में जेपी जोशी की सारी जमा पूंजी राख हो गई। आग लगने की सूचना पर कनालीछीना के तहसीलदार ने मौका मुआयना कर नुकसान का आंकलन किया। आग कैसे लगी इसका पता नहीं चल सका है। शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है। सामाजिक कार्यकर्ता मायादत्त जोशी और दीपक जोशी का कहना है कि मुंबई में इंजीनियर की नौकरी छोड़कर पलायन से उजाड़ हो चुके गांव को आबाद करने के साथ ही लोगों को रोजगार देने के उद्देश्य से गांव का रुख करने वाला इंजीनियर अग्निकांड में हुए नुकसान से बेहद निराश है। उन्होंने शासन प्रशासन से डेयरी स्वामी को उचित मुआवजा देने की मांग की है।