धारचूला (पिथौरागढ़) । शनिवार तक नेपाल के रं समुदाय के 700 लोगों और 100 जानवरों के इनर लाइन परमिट के लिए आवेदन पत्र जमा किए गए हैं। तहसील प्रशासन आवेदन पत्रों की जांच कर रहा है। जांच के बाद सोमवार से प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे।

नेपाल के रं समुदाय के दो गांव छांगरू और तिकर के लोग जो विगत कई सालो से अप्रैल अंतिम सप्ताह और मई के पहले सप्ताह को अपने अपने गांव जानवरो के साथ माइग्रेशन जाना शुरू करते है। प्रशासन ने इन लोगो के इनर लाइन परमिट जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बता दे इन दो गांवों के लोग पिछले 60 -70 सालो से भारत के धारचूला झुला पुल, तवाघाट पांगला, घटटाबगड, मालपा, बुंदी, गर्ब्यांग सीता पुल होते हुए जानवरो के साथ पैदल चलकर तीन से चार दिन में अपने अपने गांव को पंहुचते है और बिना जानवरो के साथ लोग वाहनों द्वारा एक दिन में ही पंहुच जाते है।और जानकारी हेतु बता दे नेपाल के जिला दार्चुला से चीन सीमा तक सड़क कटिंग का कार्य दो साल पूर्व शुरू किया था। लेकिन अब तक सुनसेरा के कुछ आगे माल नामक जगह तक लगभग 40 से 45 किलोमीटर तक कटिंग कार्य पूरा कर लिया। लेकिन नेपाल के छागरु और तिकर तक अभी तक सड़क नही बनी है। इसलिए इस साल भी इन दोनो गांवों के लोगो को भारतीय क्षैत्र से ही होकर जाना पड़ेगा। और हर साल इन दो गांवों के एक हजार लोग और 300 जानवरो का इनर लाइन परमिट आवेदन पत्र जमा होते है।

धारचूला के एसडीएम नंदन कुमार ने बताया कि नेपाल के रं समुदाय के छांगरु और तिकर गांवों के लोगो ने इनर लाइन परमिट के लिए आवेदन पत्र जमा किया है। इन पत्रों की जांच की जा रही है। सोमवार से इन लोगो को परमिट मिलना शुरू हो जायेगा।