पिथौरागढ़। जनरल बीसी जोशी एपीएस पिथौरागढ़ प्रवेश द्वार पर स्थापित टी-55 युद्धक टैंक(वॉर ट्राफी) को मेजर जनरल अनिल चंदेल(सीओएस यूबी एरिया) ने समारोह पूर्वक विद्यालय को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि यह युद्धक टैंक सन् 1971 के भारत-पाक युद्ध में विद्यालय के प्रणेता जनरल बीसी जोशी की कमान की गई 64 कैलेवरी रेजीमेंट का मुख्य सहायक युद्धक टैंक रहा है। यह टैंक जनरल जोशी के शौर्य, पराक्रम और कुशल नेतृत्व की याद दिलाता है।
अपने संबोधन में मेजर जनरल चंदेल ने कहा कि आज के समय में आवश्यक है कि देश का बच्चा-बच्चा ज्ञानार्जन के साथ देश सेवा और देश रक्षा के लिए भी सं‌कल्पित हो। इस विद्यालय के विद्यार्थियेें के लिए विद्यालय के प्रणेता जनरल जोशी के यशस्वी जीवन से जुड़े इस ऐतिहासिक युद्धक टैंक से बढ़कर और कोई उपहार नहीं हो सकता है। यह वॉर ट्राफी विद्यार्थियों को प्रतिदिन ज्ञान और शौर्य की साधना के लिए प्रेरित करेगी। मेजर जनरल अनिल चंदेल ने इस वॉर ट्राफी के साथ जुड़े ध्येय वाक्य शस्त्रे शास्त्रे च कौशलम् की प्रशंसा और व्याख्या करते हुए विद्यार्थियों में ज्ञान और शक्ति के संतुलन की आवश्यकता पर बल दिया।
इससे पूर्व बुधवार को स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे मेजर जनरल अनिल चंदेल का विद्यालय के चेयरमैन ब्रिगेडियर सौरभ शिंदे, कर्नल बीसी सती, कैप्टन अतुल कुमार माथुर ने स्वागत किया।
विद्यालय की छात्रा रितु और छात्र भव्य ने मुख्य अतिथि का स्वागत कर वॉर ट्राफी का पूर्ण ऐतिहासिक परिचय दिया। विद्यालय के प्रधानाचार्य विनोद भामा ने व्यवस्थाओं की जानकारी दी। मुख्य अतिथि ने विद्यालय के प्राथमिक विभाग, बास्केटबाल कोर्ट, इंडोर स्पोर्ट्स कांप्लेक्स और छात्रावास का अवलोकन किया और विद्यार्थियों से बातचीत कर सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। कार्यक्रम में पहुंची मेजर जनरल चंदेल की पत्नी निधि चंदेल(उपाध्यक्ष जोनल आवा आफ पंचशूल फैमली वेलफेयर आर्गेनाइजेशन) ने विद्यालय के महारानी लक्ष्मीबाई बालिका छात्रावास का भ्रमण कर छात्राओं से संवाद किया और विद्यालय की व्यवस्थाओं की सराहना की।