पिथौरागढ़। मानसून काल में आपदाओं के प्रबंधन हेतु पूर्व तैयारी, न्यूनीकरण एवं तात्कालिक बहाली के संबंध में जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान द्वारा विभिन्न विभागाधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को 7 दिन के अंदर ऊपरी इलाकों में गर्भवती महिलाओं व गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कहा कि मानसून काल के दौरान किसी भी गर्भवती महिला की मृत्यु न हो।
बैठक में जिलाधिकारी ने बीआरओ के अधिकारियों को आपदा प्रभावित क्षेत्रों का अकलन करते हुए छायाचित्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। 15 दिन के अंदर बीआरओ एनएचपीसी व आईटीबीपी को साथ मिलाकर रीजनल रिस्पांस सेंटर तैयार करने व आपदा की दृष्टि से अतिसंवेदनशील गांव और कस्बों में छोटे-छोटे रिस्पांस सेंटर बनाकर उनको शुरू करने के निर्देश दिए।मानसून काल में आपदा के दौरान रोड ब्लॉक होने की स्थिति में ऊपरी इलाकों के लिए खाद्य पूर्ति अधिकारी को राशन, गैस, अन्य खाद्य सामग्री पूर्व से ही मुहैया करान के निर्देश दिए। आपदा के दौरान बंद मार्गो को खोलने व सूचना देने के लिए जेसीबी, पोकलैंड, वुड कटर, टेलीकॉम, सर्चलाइट, वॉकी टॉकी, सेटेलाइट फोन, ड्रोन कैमरा आदि उपकरण पूर्व से ही खरीदने के निर्देश दिए। एनएचपीसी, आर्मी, बीआरओ और आइटीबीपी के अंतर्गत उपलब्ध एंबुलेंस की रिपोर्ट मांगी तथा 15 दिन के अंदर पांखू में हेलीपैड तैयार करने के निर्देश दिए।
बैठक में उपस्थित शिक्षा विभाग द्वारा जनपद में जर्जर स्कूलों की सूची प्रदान नहीं करने पर संबंधित अधिकारी पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए भविष्य में कार्य को समय से करने के निर्देश दिए तथा सीआरए और सिंचाई विभाग के अधिकारी के आहरण वितरण पर रोक लगाने के निर्देश दिए।
दारमा व मुनस्यारी वैली में कनेक्टिविटी बनाने व रिपिटर लगाने तथा पूर्व से मौजूद वीसैट को ठीक कराने के निर्देश दिए। तेज बारिश होने पर घाट को रेड जोन घोषित कर आने वाली गाड़ियों को रोक देने के निर्देश दिए तथा छिलकिला डैम पर विशेष ध्यान देते हुए मानसून काल में दिन रात दो सिफ्ट में काम करने को कहा जिसके सहयोग के लिए पुलिस व वीडियो की टीम तैयार रहेगी।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, एसडीएम अनुराग आर्य, एसडीएम नंदन किशोर, कृषि अधिकारी, खाद्य पूर्ति अधिकारी, व पर्यटन विकास अधिकारी, आदि विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।