नैनीताल। भवाली के पास विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम में आस्था का सैलाब उमड़ने लगा है। कैंची धाम के 58वें स्थापना दिवस से पहले ही मंदिर में बाबा नीब करौली के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है। सोमवार को मंदिर में दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की करीब एक किलोमीटर लंबी लाइन लगी रही। इस साल मंदिर में दो लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके लिए मंदिर समिति व पुलिस प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। रविवार से ही मालपुआ बनाने का काम शुरू कर दिया गया है।पुलिस प्रशासन द्वारा कंट्रोल रूम बनाकर यातायात व्यवस्था की तैयारी की गई है। वहीं श्रद्धालुओं की आस्था ऐसी है कि भवाली, नैनीताल से लेकर हल्द्वानी तक के होटल बाबा के भक्तों ने पहले ही बुक करवा लिए हैं। होटल एशोसिएशन अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद कपिल ने बताया कि नगर व आसपास के 100 से अधिक होटल 15 जून तक पूरी तरह फुल हैं। लगातार बुकिंग के लिए फोन आ रहे हैं। भक्तों ने होटलो में एक महीने पहले से एडवांस बुकिंग कराई थी। अब स्थिति यह है कि श्रद्धालुओं को हल्द्वानी के होटलों में ठहराया जा रहा है।आज से भवाली से अल्मोड़ा रानीखेत मार्गो का ट्रैफिक प्लान बदल गया है। अब हल्द्वानी से अल्मोड़ा -पिथौरागढ़ को जाने वाले वाहन शाम पांच बजे के बाद खुटानी मोड़, भीमताल से क्वारब को डायवर्ट रहेंगे। नैनीताल से अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ को जाने वाले वाहन भवाली रामगढ़ तिराहे से मल्ला रामगढ़, क्वारब जाएंगे। रानीखेत से आने वाले वाहन खैरना पुल से क्वारब होते भीमताल को डायवर्ट किए जाएंगे। भवाली की ओर से आने वाले दोपहिया वाहन जंगलात बैरियर से आगे नहीं जाएंगे। हल्द्वानी, नैनीताल की ओर से निजी वाहनों से आने वाले श्रद्धालुओ को सिद्धि रेस्टोरेंट तक भेजा जाएगा। भवाली की तरफ से कैंची धाम जाने वाली शटल सेवा जंगलात खंडहर पर सवारी उतारकर वापस भवाली को आएगी। खैरना से कैंची की ओर आने वाले दर्शनार्थी शटल सेवा से पनीराम ढाबे तक जाएंगे। खैरना से कैंची धाम आने वाले श्रद्धालु खैरना में वाहन पेट्रोल पंप में पार्क करेंगे।कैंची धाम में 15 जून को लगने वाले मेले में शामिल श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण के लिए 30 कुंतल कागज की थैली उपयोग मे लाई जाएंगी । इसके अलावा सब्जी और पानी के लिए ढाई लाख गिलास भी मगा लिए गए हैं ।कैंची धाम में हर साल 15 जून को लगने वाले मेले में सवा लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचते है। हजारों लोग तो महीना भर पहले कैंची पहुंच कर सेवा में जुट जाते हैं । इस वषॅ मंदिर ट्रस्ट ने सवा लाख लोगों को मालपुआ उपलब्ध कराने के लिए 30 कुतल कागज की थैली बरेली से मगाई है। प्रसाद के साथ मिलने वाली सब्जी कागज से बनाए गए गिलास में उपलब्ध कराई जाएगी, विशेष रूप से बनाए गए ढाई लाख गिलास भी मंदिर में पहुँच गए है। मंदिर कमेटी के प्रबंधक विनोद जोशी ने बताया कि पयाॅवरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कागज से निमिॅत सामग्री उपयोग में लाई जा रही है।मंदिर कमेटी के मुताबिक मेले में मिलने वाला प्रसिद्ध प्रसाद मालपुआ बनाने का काम 12 जून से पूजा पाठ के साथ शुरू हो गया है। प्रसाद बनाने का काम मेला समाप्त होने तक चलेगा, इस काम में शामिल लोगों को धोती पहन कर काम करना होगा । कमेटी का मानना हैं कि इस वषॅ सवा लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है । प्रसाद बनाने को सामान मंदिर परिसर में पहुंच गया है । मेले के पूर्व शुरू होने वाला हनुमान चालीसा का पाठ भी शुरू हो गया है । यह पाठ भी लगातार चलेगा।