देहरादून/पिथौरागढ। बैक रनिंग (उल्टी दौड़)में रिकार्ड बनाने वाले जनपद के सीमांत विकासखंड मूनाकोट के खर्कदोली ग्राम पंचायत के मूल निवासी मोहन सिंह उर्फ धीरू गुरू को देहरादून स्थित मुख्यमंत्री आवास में आयोजित एक भव्य समारोह में सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धीरू को नौजवान पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बताते हुए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर मौजूद महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य, पूर्व सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, गोरखा समाज के पूर्व अध्यक्ष टीवी भोटिया ने पूर्व सैनिक मोहन सिंह गुरुंग द्वारा उल्टी दौड़ में एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज करने पर खुशी व्यक्त की और उत्तराखंड की नौजवान पीढ़ी को नशामुक्त रहकर शारीरिक रूप से समर्थ रहने की अपील की।
समारोह में मौजूद खर्कदोली गाडगांव के प्रधान कुंडल सिंह महर, धीरू की माता श्रीमती रूपा देवी को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है कि गोरखा रेजिमेंट से सेवानिवृत्त होने के बाद मोहन सिंह उर्फ धीरू गुरू ने पिथौरागढ में आरटीओ आफिस के निकट अपने आवास से नौजवान बच्चों को खेलों के प्रति आकर्षित करने और बच्चों को नशे की प्रवृत्ति से दूर करने के मकसद से अन्य बच्चों के साथ उल्टी दौड़ शुरू कर दी। उन्होंने इस दौरान बैक रनिंग में अपना विशिष्ट रिकॉर्ड भी हासिल कर लिया और केरल के एक नौजवान लड़के का रिकॉर्ड तोड़कर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कर लिया।
बैक रनिंग का यह रिकॉर्ड केरल के एक नौजवान लड़के के नाम था जिसने 1 घंटा 29 मिनट 34 सेकंड में 11 किलोमीटर 32 मीटर की रनिंग की थी। इस रिकॉर्ड का पीछा करते हुए धीरू गुरू ने पिछले दिनों पिथौरागढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम में 11 किलोमीटर 32 मीटर की दूरी केवल 1 घंटा 21 मिनट में पूरी कर ली।
धीरू की इस सफलता पर साहसिक खेलों की अग्रणी संस्था इंट्रिसिक क्लाइंबर्स एण्ड एक्सप्लोरर्स के संस्थापक सचिव प्रसिद्ध पर्वतारोही विश्वदेव पांडेय बासू, नवचेतना मंच पिथौरागढ के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश पुनेड़ा, मुस्कान सामाजिक उत्थान समिति के अध्यक्ष जगदीश कलौनी समेत कई लोगों ने खुशी व्यक्त की है।