पिथौरागढ़। जिला जज एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष सहदेव सिंह ने निराश्रित महिला केंद्र एवं कर्मशाला का औचक निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने केंद्र में रह रही संवासिनियों से भी बातचीत कर समस्याएं सुनी।रविवार को निराश्रित महिला केंद्र पहुंचे जिला जज ने सहायक अधीक्षिका नेत्रा जोशी से संवासिनियों के लिए केंद्र में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। सहायक अधीक्षिका ने बताया कि वर्तमान में केंद्र में 12 संवासिनियां हैं जिनमें से दो मानसिक रूप से दिव्यांग हैं। उनका जिला अस्पताल के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही काउंसलिंग कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि नियमित उपचार के बाद उन्हें घर भेजने की कार्रवाई भी चल रही है। उन्होंने बताया कि एक संवासिनी मिर्गी की बीमारी से ग्रसित है जिसका उपचार कराया जा रहा है। जिन्हें काउंसलिंग की आवश्यकता है उनकी काउंसिलिंग कराई जा रही है। सहायक अधीक्षिका ने बताया कि संवासिनियों की जांच के लिए कोई चिकित्सक केंद्र में नहीं आता है। उन्हें जांच और उपचार के लिए अस्पताल ले जाना और लाना पड़ता है। इस पर जिला जज ने कहा कि संवासिनियों के उपचार के लिए संबंधित चिकित्सक को केंद्र में जाकर जांच एवं उपचार करने के निर्देश दिए जाएंगे। जिला जज ने केंद्र में रह रही सभी संवासिनियों को उचित सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने किसी को विधिक सेवा की आवश्यकता होने पर तत्काल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को सूचना देने को कहा। इस अवसर पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कपिल कुमार त्यागी, पवन कार्की, लक्ष्मी बिष्ट, सविता आदि उपस्थित थे।