धारचूला(पिथौरागढ़)। पिछले 4 दिनों की बारिश और बर्फबारी के बाद दारमा घाटी के अंतिम चौकी दावे 17500 फुट,और व्यास घाटी की अंतिम चौकियां वेलिसया 16 हजार फुट,ज्योलीकांग 14500 फुट और लिपुलेख 17 हजार फुट धूप खिली। जिससे लोगो को कुछ राहत मिली। साथ ही इन इलाकों में तापमान माइनस 4 डिग्री पहुँच गया है। वही ग्लेशियर आने से दारमा घाटी के अंतिम गांव सीपू (12 हजार फुट ) और मार्छा को जोड़ने वाली लकड़ी का पैदल पुल ध्वस्त हो गया है।

मार्छा के पूर्व प्रधान जीवन सिंह मार्छाल ने फोन से सूचना दी है कि सीपू और मार्छा गांव को जोड़ने वाली लकड़ी का पुल ध्वस्त हो गया है।सीपू निवासी जीवन सिंह सीपाल ने बताया कि लचर यांगति(नदी) में बना सीपू और मार्छा गांव को जोड़ने वाली लकड़ी का पुल टूट जाने से माइग्रेशन की तैयारी कर रहे 27 परिवार और उनके लगभग 400 जानवर को आवाजाही में दिक्कतें बढ़ गयी है।और उन्होंने बताया कि सीपू और मार्छा गांव के लोगो के तिदांग केम्प में रखे सामान भी बर्फबारी और बारिश से खराब हो चुके है।सीपू प्रधान शांति देवी ने बताया प्रशासन द्वारा शीघ्र पुल का निर्माण नही किये जाने पर माइग्रेशन की तैयारी कर रहे सीपू के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ जायेगी।पुल की शीघ्र निर्माण और सोबला से ढाकर चीन सीमा की बन्द सड़क को अति शीघ्र खोलने को लेकर गुरुवार को उपजिलाधिकारी को ज्ञापन दिया जाएगा।उधर व्यास घाटी के अंतिम गांव कुटी 12303 फुट निवासी नगेन्द्र सिंह कुटियाल ने बताया कि व्यास घाटी में दो दिनों से बर्फबारी और बारिश रूकने से लोगो को राहत मिली है।कुटी में अभी भी लगभग एक फुट पड़ी है।तवाघाट लिपुलेख सड़क मलघाट, वर्तीघाट,लामारी,छियालेख सड़क पिछले तीन चार दिन से बन्द होने से लोगो के साथ साथ जवानो को आवाजाही में दिक्कतें हो रही है।