पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ शहर में विगत लगभग 6 दशकों में शिक्षा, विज्ञान, साहित्य, संस्कृत एवं रंगमच में समर्पित स्व० प्रोफेसर रमेश चन्द्र पाण्डे को उनके जन्म दिवस के अवसर पर आज शहर के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने श्रृद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मानस कालेज आफ साइंस टैक्नालाजी एण्ड मैनेजमेंट के कानक्लेव हॉल में मुख्य अतिथि स्वामी कच्चाहारी, प्रो पाण्डे की धर्म पत्नी श्रीमती हेमलता पाण्डे एवं शिक्षाविदों द्वारा सामूहिक रूप से प्रो० पाण्डे के काव्य संग्रह” प्रतिबिंब” का लोकार्पण किया गया । लोकार्पण एवं श्रद्धांजलि समारोह को सम्बोधित करते हुए डा अशोक पंत ने स्व. प्रो० पाण्डे का पूरा जीवन परिचय एवं उनके शिक्षा, विज्ञान, लोक संस्कृति, रंगमंच सहित समाज में उनके उल्लेखनीय कार्यों पर प्रकाश डालते हुए सभी से प्रेरणा लेने का आह्वान किया गया। उन्होंने कहा कि प्रो. पांडे का अनायास प्रमाण समाज को ऐसी क्षति है जो कभी पूरी नहीं हो सकती।

इस अवसर पर अभिषेक पाण्डे, प्रो. परमानन्द चौबे, डा. डी० एन० जोशी, धरम सिंह रावत, प्रो. उमा पाठक, कैप्टन दीवान सिंह वल्दिया, डा. एल० एल० वर्मा०, प्रो० प्रेमलता पंत, प्रो० सरोज वर्मा, डा एच० बी० , डा० डी० , प्रो. जीत सिंह ज्याला, प्रो० एच० बी० खर्कवाल, प्रो.

बी० एस० गोबाड़ी, योगेश भट्ट, प्रो० उमा पाठक समेत अनेक लोगों द्वारा प्रो. पाण्डे के साथ की अपनी यादें साझा कर श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धाजलि देने वालों में आशीष पाण्डे, अपर्णा उप्रेती, मीनू जगदीश, योगेश भट्ट, ललित अधिकारी, जनार्दन उप्रेती, जगत सिंह खाती समेत शहर के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे । मुख्य अतिथि स्वामी कच्चाहारी ने प्रो. पाण्डे को दिव्यात्मा कहकर उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना कर उनके व्यक्तित्व से नई पीढ़ी को प्रेरणा लेने का संदेश दिया। लोकर्पण एवं श्रद्धांजलि कार्यक्रम के अध्यक्षीय उद्बोधन में श्रीमती हेमलता पाण्डे ने भावुकता भरे अंदाज में कहा कि पिथौरागढ की जनता से स्व पाण्डे को जो प्यार मिला उसने उन्हें हमेशा के लिए जीवन्त कर दिया। इस अवसर पर मानस एकेडमी के बच्चों द्वारा स्व. पाण्डे द्वारा रचित सरस्वती वन्दना को बहुत सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया। शिक्षिका मोनिका अजगला ने स्व. पाण्डे की नव वर्ष अभिनन्दन पर रचित रचना को सुरीले अन्दाज में प्रस्तुत किया। संस्थान के निदेशक देवाशीष पन्त ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। पूरे कार्यक्रम का अत्यन्त भावुक एवं प्रभावी संचालन मानस एकेडमी की निदेशक मीनू भट्ट ने किया।