पिथौरागढ़। उत्तराखंड में ततैयों के काटने से मौत की

घटनाएं बढ़ीं हैं। ऐसे मामलों में जल्द ही मुआवजे का

प्रावधान किया जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कही है। तेंदुए, भालू, सुअर, बंदरों के आतंक से परेशान पहाड़ के लोग अब ततैयों के हमले से परेशान हैं। अभी जंगली जानवरों के हमले में वन विभाग मुआवजा देता है लेकिन ततैयों के कारण होने वाली मौतों में मुआवजे का कोई प्रावधान नहीं है। प्रदेश में इस साल अब तक ततैयों के हमलों में छह लोगों की जान गई। इनमें से तीन पिथौरागढ़ के थे। इसके अलावा चंपावत, टिहरी, बागेश्वर में एक-एक की जान गई। इसके अलावा छह से अधिक लोगों को ततैयों के हमले के चलते अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। इस संबंध में जिला पंचायत उपाध्यक्ष कोमल मेहता ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की। उन्हें ततैयों के हमलों से हुई मौतों के बारे में बताया। कहा कि काटने के बाद लोगों को इलाज में ही खासा खर्च करना पड़ रहा है।