धारचूला(पिथौरागढ़)। दारमा संघर्ष समिति द्वारा बुधवार को ग्राम पंचायत गो- घाटीबगढ़ मे बैठक का आयोजन किया जिसमें दारमा मे बनने जा रहे बुकाग बालिंग जल विद्युत परियोजना पर विचार विमर्श किया गया और भविष्य में होने वाले संभावित नुकसान को देखते हुए बांध को नही बनने देने का निर्णय लिया गया। बैठक में दारमा के समस्त गांवों से ग्रामीण पहुँचे हुए थे। दारमा संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूरन सिंह ग्वाल ने कहा दारमा क्षेत्र मे भू सर्वे के नाम पर जगह- जगह सुरंगें खोद दी है, जिससे जमीन कच्ची हो गई है और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता हैं, इस संबंध प्रशाशनिक अधिकारियों से मिलकर इसकी जानकारी दी जायेगी और काम तत्काल रोकोने कहा जायेगा साथ ही पूरे धारचूला क्षेत्र में मुहिम चलाई जायेगी और क्षेत्र वाशियों को बांध से होने वाले नुकसान के बारे बताकर जागरूक किया जायेगा और आवश्यकता होने पर दारमा क्षेत्र में सभी के सहयोग से असहयोग आंदोलन किया जायेगा जिसमे दारमा का कोई भी व्यक्ति बांध मे काम कर रहे कर्मचारीयों का किसी भी रूप में सहयोग नहीं करेगा। बैठक में रं कल्याण संस्था के संरक्षक बिशन सिंह बोनाल ने भी लोगो को डैम से सीमान्त इलाको में होने वाली समस्याओं से अवगत किया।इस बैठक में समिति के संरक्षक फल सिंह बोनाल, डॉ प्रेम नगन्याल,जीवन मार्छाल, छोरी देवी,नरु सेलाल, दिनेश चलाल, भजन ग्वाल,मनोज नगन्याल, धीरा ग्वाल,आशा दरियाल, वीरेंद्र सोनाल, रूप सिंह तीतियाल आदि लोगो ने प्रस्तावित डेम के विरोध में अपनी अपनी बातें रखी।